बाड़मेर शहर के बीचो बीच गांधीनगर इलाके में बुधवार देर रात तीन-चार अज्ञात लुटेरों ने पिस्टल की नोक पर राह चलते एक व्यापारी से छह लाख दस हजार रुपए व लैपटॉप लूट लिया और बोलेरो गाड़ी में बैठकर तेज रफ्तार से फरार हो गए। लूट की इस सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस ने जिले भर में नाकाबंदी करवाई, लेकिन लुटेरे पकड़ में नहीं आए।
सरदारपुरा निवासी सुंदरकुमार पुत्र प्रेमचंद ने शहर कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया कि रमेश एजेन्सी के नाम से उसकी एक फर्म है, जो सेंट पॉल स्कूल रोड पर है। यहां पर वह शीतल पेय का कारोबार करता है। बुधवार रात दस बजे के बाद वह अपनी दुकान बंद कर मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने घर जाने के लिए पुराने शहर की तरफ आ रहा था। चामुंडा चौराहे से होते हुए पूर्व डिप्टी मूलसिंह भाटी के घर से आगे बढ़ा ही था कि रेलवे की दीवार के पीछे बबूल की झाडिय़ों में छिपी एक बोलेरो गाड़ी ने अचानक ही उसकी मोटरसाइकिल को टक्कर मारी, जिससे वह नीचे गिर गया। बोलेरो में सवार तीन चार जने नीचे उतरे और उसकी कनपटी पर पिस्टल तान दी। अज्ञात लुटेरों ने उससे बैग छीन लिया। बैग में छह लाख दस हजार रुपए नकद, लैपटॉप, दुकान की चाबियां व जरूरी कागजात थे। पलक झपकते ही सभी जने बोलेरो में बैठकर फरार हो गए। पुलिस के अनुसार वारदात रात करीब 10.51 बजे घटित हुई।
जिले भर में करवाई नाकाबंदी
वारदात के तत्काल बाद सुंदरकुमार सदर थाने पहुंचा और पूरा वाकया बताया। सदर पुलिस मौके पर पहुंची और उच्चाधिकारियों को भी सूचना दी गई। इस प्रक्रिया में करीब आधा घंटा बीत गया। पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद के निर्देश पर जिले भर में नाकाबंदी करवाई गई, लेकिन लुटेरे बचकर निकलने में कामयाब हो गए। रात को ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह जैतावत, पुलिस उप अधीक्षक आनंदसिंह राजपुरोहित व शहर कोतवाली, सदर, बाड़मेर ग्रामीण व रीको थानों के थानाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयना कर तकनीकि साक्ष्य जुटाए।
हाइवे की तरफ निकले लुटेरे
सूत्रों ने बताया कि अज्ञात लुटेरों ने वारदात से पहले व्यापारी सुंदरकुमार की रैकी की। व्यापारी के आगमन वाले रास्ते पर लूट से पहले बोलेरो ने दो-तीन चक्कर लगाए और फिर घात लगाने के लिए बबूल की झाडिय़ों में छिपकर व्यापारी का इंतजार करने लगे। उन्हें पता था कि व्यापारी अपनी दुकान से नकदी लेकर हमेशा इसी रास्ते से घर जाता है। लुटेरों ने व्यापारी को कोई शारीरिक नुकसान नहीं पहुंचाया। हालांकि मोटरसाइकिल से नीचे गिरने पर उसके दोनों हाथों में चोटें जरूर आई, लेकिन मारपीट जैसा कुछ नहीं हुआ। ऐसे में संभावना है कि यह वारदात लूट के इरादे से ही की गई। वारदात के बाद लुटेरे तेज रफ्तार बोलेरो से हाइवे की तरफ निकल गए।
सुबह एसपी ने किया मुआयना
गुरूवार सुबह पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद ने भी घटनास्थल का मौका मुआयना किया। एस पी ने गांधीनगर की मुख्य सड़क पर स्थित प्रतिष्ठानों के सीसीटीवी फुटेज भी देखे और अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
पांच टीमों का गठन
एएसपी ने बताया कि अज्ञात लुटेरों की तलाश में पांच विशेष पुलिस टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें लुटेरों की तलाश में जुटी हुई है। कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही वारदात का खुलासा होने की उम्मीद है।
Source: Barmer News