संदीप पुरोहित
जोधपुर. जैसे-जैसे चुनाव निकट आ रहे हैं संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी को कांग्रेस बड़ा मुद्दा बना रही है । दोनों नेताओं के बीच रार जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत को निशाने पर ले रहे हैं। वहीं शेखावत ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर संजीवन मामले को सीबीआई को सौंपने की मांग की है। पर राजनीति के मंजे हुए खिलाड़ी गहलोत कहां खामोश बैठने वाले हैं। उन्होंने मंगलवार को फिर शेखावत को घेरा। उन्होंने शेखावत से इथोपिया में लगाए गए पैसे का हिसाब भी मांग लिया। शेखावत ने इस पर कोई पलटवार नहीं किया है। मुकाबला दिलचस्प मोड़ पर पहुंच चुका है। देखना है ऊंट किस करवट बैठता है। राहुल गांधी की सदस्यता खत्म करने के मामले से नाराज कांग्रेस ने जोधपुर में संभाग स्तरीय सम्मेलन में केन्द्र सरकार के खिलाफ सत्याग्रह छेड़ने का आह्वान किया। गांधी की सदस्यता समाप्त करने को लेकर कांग्रेस जगह-जगह धरना प्रदर्शन कर रही है। आरोप प्रत्यारोपों का दौर जारी है। कांग्रेस और उसके नेता मुखर हैं पर कहीं न कहीं भीतर निराशा का भाव भी है।
दूसरी ओर भाजपा के कई नेता नए अध्यक्ष के जुगत बिठाने में लगे हुए हैं। नए अध्यक्ष जी को बधाई देने के लिए कई नेता दिल्ली से जयपुर तक के चक्कर लगा चुके हैं। बधाई देने से कोई नहीं चूकना चाहता है।
वहीं जाट बैल्ट नागौर में प्रदेश भाजपा मुखिया को लेकर हुई उलटपुलट के बाद थोड़ा सन्नाटा है। केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान परबतसर आए थे। उन्होंने इस बदलाव को सामान्य करार दिया। साथ ही कहा कि पुराने मुखिया का कार्यकाल पूरा हो गया। बालियान का नागौर से आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा का उम्मीदवार उतारने के बयान से हलचल पैदा हो गई है। पिछले चुनावों में भाजपा ने यहां आरएलपी को समर्थन किया था।
जिलों की संजीवनी से कांग्रेस के नेताओं का फील गुड फैक्टर जारी है। सांचौर को जिला बनाए जाने की घोषणा के बाद से ही श्रम राज्य मंत्री सुखराम बिश्नोई की बांछें खिली हुई है। सांचौर आने पर पिछले दिनों कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। उसके बाद से मंत्री जी की खुशी देखते बन रही है। श्रेय लेने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। साथ ही जनता से यह भी कह रहे हैं कि उन्होंने अपना वादा पूरा कर दिया है। अब चुनाव में जनता की बारी है। भीनमाल के नेताओं को सांचौर का जिला बनाया जाना नहीं पच रहा है। यहां भी रार जारी है। पर यहां कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के नेता एक हैं। दोनों सांचौर जिले में शामिल नहीं होना चाहते हैं।
Source: Jodhpur