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जोधपुर।
प्रतापनगर थानान्तर्गत चानणा भाखर की सैन कॉलोनी में निजी स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ नीट की तैयारी कर रही एक छात्रा को परीक्षा से दो पहले उस समय गहरा सदमा लगा जब नीट का ऑनलाइन फॉर्म भरने वाले दुकानदार ने फीस लेने के बाद जमा न करवाने की जानकारी दी। इससे छात्रा को प्रवेश पत्र नहीं मिल पाया और सालभर की मेहनत पर पानी फिर गया।(NEET Exam)
परिजन ने बताया कि सैन कॉलोनी निवासी प्रतिभा सैन सालभर से नीट की तैयारी कर रही है। नीट की रविवार को परीक्षा होनी है। छात्रा ने कॉलोनी में श्रीबालाजी कम्यूनिकेशंस पर नीट का ऑनलाइन फॉर्म भरा था। छात्रा ने गत 14 मार्च को फॉर्म जमा के 50 रुपए और परीक्षा शुल्क के 56 सौ रुपए भाई के खाते से प्रियांशु गौड़ के ऑनलाइन खाते में जमा कराए थे। बदले में दुकानदार ने फॉर्म का प्रिंट निकालकर दिया था।
परीक्षा नजदीक आने पर छात्रा प्रवेश पत्र के लिए दुकान पहुंची, लेकिन दुकानदार मनीष सर्वर डाउन होने का बहाना बनाकर टालमटोल करता रहा। तीन दिन तक प्रवेश पत्र नहीं मिला तो छात्रा के परिजन दुकान पहुंचे और दुकानदार से सख्ती बरतकर प्रवेश पत्र मांगा। तब उसने स्वीकारा कि उसने फॉर्म तो भर दिया था, लेकिन फीस जमा नहीं करवाई थी। जिसके चलते प्रवेश पत्र नहीं मिल रहा। यह सुनते ही छात्रा के पैरों तले जमीन खिसक गई। वह सदमे में आ गई। पुलिस का कहना है कि छात्रा की मां ने दुकानदार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। जांच की जा रही है।
स्कूल में शिक्षण के साथ दिनरात मेहनत की, साल डूबा
पीडि़त छात्रा निजी स्कूल में पढ़ाती भी है। साथ ही एक कोचिंग सेंटर में एक लाख रुपए देकर नीट की तैयारी भी की थी। वह सुबह जल्दी उठती और देर रात तक नीट की तैयारी कर रही थी, लेकिन दुकानदार की धोखाधड़ी से उसका साल बर्बाद हो गया।

Source: Jodhpur

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