गजेंद्र सिंह दहिया/ जोधपुर. Online Scam: देश में 70 फीसदी से अधिक यूजर्स मोबाइल का मुख्य उपयोग फोटो खींचने व वीडियो बनाने में करते हैं। ऐसे यूजर्स के लिए खतरे की घंटी शुरू हो गई है। हैकर्स की ओर से हाल ही में फ्लेकपे मेलवेयर बनाया गया है, जो फोटो व वीडियो एडिटिप ऐप के जरिए मोबाइल में प्रवेश करके उसका डाटा चुरा रहा है। यह मेलवेयर चुपचाप यूजर्स के मोबाइल में चार्जेबल सर्विस को खुद ही सब्सक्राइब कर देता है और खुद ही क्रेडिट कार्ड व यूपीआई से पेमेंट कर देता है। यूजर्स के पास क्रेडिट कार्ड का बिल आने अथवा पेमेंट डेबिट होने का एसएमएस आने पर इसका पता चलता है।
ये एप हो रही संक्रमित
– ब्यूटी कैमरा प्लस
– ब्यूटी स्लीमिंग फोटो एडिटर
– ड्रॉ ग्रेफिटी
– फिंगरटिप ग्रेफिटी
– जीआइएफ कैमरा एडिटर प्रो
– एचडी 4के वालपेपर
– इम्प्रेशन प्रो कैमरा
– माइक्रोक्लीप वीडियो एडिटर
– नाइट मोड कैमरा प्रो
– फोटो कैमरा एडिटर
– फोटो इफेक्ट एडिटर
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गूगल प्ले की 11 ऐप को किया संक्रमित
फ्लेकपे मेलवेयर गूगल प्ले स्टोर पर 11 ऐप के माध्यम से यूजर्स के मोबाइल में आ रहा है। कारपरस्की रिसर्च टीम ने इसे ढूंढा है जो स्वयं को अपडेट करता रहता है। फ्लेकपे मेलवेयर जोकर और हार्ले की तरह मोबाइल में गुप्त रूप से बिना भुगतान या पेड सर्विस को सब्सक्राइब करता है। खुद ही सब्सक्रिप्शन एसएमएस पढ़ कर उसे वेरीफाई कर देता है क्योंकि अधिकतर यूजर्स मोबाइल में बैंकिंग एप या वॉलेट रखते हैं और उसके माध्यम से भुगतान भी एक्टिव रहता है। यह मेलवेयर क्रेडिट कार्ड को लिंक करने में भी सक्षम है।
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एक्सपर्ट ऑपिनियन
– फोटो और वीडियो एडिट से संबंधित ऐप डाउनलोड नहीं करें। आवश्यक हो तो पूरी जानकारी प्राप्त करें।
– ऐप को एसएमएस, कांटेक्ट और गैलरी का एक्सेस टेंपरेरी रूप से देंवे।
– वॉलेट और क्रेडिट कार्ड में हमेशा पेमेंट लिमिट सेट कर के रखें।
– वॉलपेपर और कैमरा का ऑप्शन जहां तक हो मोबाइल का बिल्ट इन यूज करें।
– जहां तक हो सके एंड्राइड मोबाइल यूजर्स डिवाइस सॉफ्टवेयर और एंटीवायरस अप टू डेट रखें।
– गूगल नोटिफिकेशन को ध्यान से पढ़े।
– मोबाइल पर आने वाले सब्सक्राइब नोटिफिकेशन को भी सावधानी से चेक करें।
प्रिया सांखला, अधिवक्ता व साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट
Source: Jodhpur