बाड़मेर. जिला परिषद की बैठकों में उठने वाले मुद्दों व अपनी उपेक्षा से आहत जनप्रतिनिधि बुधवार को जिला परिषद की साधारण सभा में बिफर गए। पिछली बैठक में उठाए मुद्दों पर विभिन्न विभागों से सूचना नहीं मिलने व कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त किया। जनप्रतिनिधियों का आरोप था कि 5 साल से विकास कार्य करवाने की मांग कर रहे हंै, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला और अब परिषद का कार्यकाल पूर्ण हो गया है। बैठक में बिजली, चिकित्सा, मनरेगा, सड़क, वन विभाग सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तृतीय चरण के लिए डीआरआरपी केंडीडेंट रोड एवं सीयूसीपीएल तथा महात्मा गांधी नरेगा योजना के वर्ष 2020-21 के वार्षिक प्लान का अनुमोदन किया।
कई सालों से कह रहीं, कोई नहीं सुन रहा
जिला परिषद सदस्य विजयलक्ष्मी राजपुरोहित ने कहा कि पांच साल हो गए, समस्याएं लेकर आते हंै। आश्वसन मिलता है,लेकिन समाधान आज दिन तक नहीं हुआ? तो फिर बैठक का क्या औचित्य रहा। कुछ इसी तरह मृदुरेखा ने कहा कि सड़क के लिए कई वर्षो से कह रही हूं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा है। यह क्या सही है?
नहीं मिल रहा रॉयल्टी का पैसा
जिला परिषद सदस्य ने कहा कि वर्ष-2012 के बाद रॉयल्टी का पैसा ग्राम पंचायत को नहीं मिल रहा है। ऐसा क्यो? उन्होंने कहा कि जिस गांव में खनन हो रहा है। उस ग्राम पंचायत क्षेत्र में विकास कार्य के लिए बजट उपलब्ध करवाया जाए।
कितनी हुई बैठक, संख्या बताएं
जिला परिषद सदस्य रूपसिंह ने कहा कि चौहटन विकास अधिकारी के पास तीन पंचायत समिति का चार्ज है। लेकिन मनमानी कर रहे हैं, लोग परेशान हो गए। चौहटन में सबकुछ घालमेल चल रहा है। उन्होंने सवाल किया कि 5 साल में कितनी बैठक हुई? समय पर क्यों नहीं बैठक बुला रहे हंै। इस पर जिला प्रमुख ने कहा कि 3 माह में बैठक हो रही है। चुनाव थे, इसलिए बैठक समय पर नहीं बुला पाए।
सरकार मांग रही, आप क्यों नहीं भेज रहे
गडरारोड़ प्रधान तेजाराम ने कहा कि बीएडीपी क्षेत्र में सड़क निर्माण के 3 करोड़ के प्रोजेक्ट पर केन्द्र व राज्य सरकार टिप्पणी मांग रही है और आप फाइल पर कुण्डली मारकर बैठे हो? यह कहां तक सही है। इस पर सीइओ ने कहा कि स्वीकृतियां जारी हो गई है, अब हमारे पास बजट नहीं है। अगले सत्र में होगा। इस पर वे अड़ गए तो सीइओ ने टिप्पणी भेजने पर हां भरी।
विधायकों, सांसद ने बनाई दूरी
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू ने ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग की योजनाओं तथा जिला परिषद सदस्यों की ओर से विगत बैठक के दौरान उठाए गए बिन्दुओं पर अब तक की प्रगति की जानकारी दी। डिस्काम के अधीक्षण अभियंता एम.एल.जाट ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की प्रगति के बारे में अवगत कराया। इस बार हुई बैठक में बाड़मेर जिले के सात विधायक व सांसद ने दूरी बनाई और बैठक में उपस्थित नहीं हुए।
Source: Barmer News