बाड़मेर. थूंबली व गिरल सहित आसपास के ग्रामीण पिछले 7 दिनों से गिरल लिग्नाइट खदान के सामने धरने पर बैठे हैं। सैकड़ों ग्रामीण अपनी 12 सूत्री मांगों के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। गुरुवार रात को भी 70-80 लोग धरने पर बैठे रहे। ग्रामीणों का धरना पिछले 7 दिनों से चल रहा है, लेकिन उनकी मांगों को लेकर ध्यान नहीं देने से आक्रोश बढ़ रहा है। गुरुवार को माइंस के सामने ग्रामीणों ने एकत्र हो यहां कार्मिकों व वाहनों की आवाजाही बंद कर दी।
स्कूल के पास माइंस, कैसे पढ़ें बच्चे
गांव में स्कूल के पास ही माइंस है। इसके कारण बच्चे यहां पढ़ ही नहीं पाते हैं। वहीं स्कूल की हालत भी जर्जर है। विकास के नाम पर गांव में कुछ भी नहीं किया गया है। जबकि माइंस शुरू होने से पहले विकास के लिए बड़े-बड़े आश्वासन दिए गए थे।
परिवार और पशुधन के साथ धरने की चेतावनी
ग्रामीणों ने बताया कि मांगे पूरी नहीं होने पर अनशन शुरू करेंगे। साथ ही पशुधन के साथ धरने पर बैठेंगे। इस मामले में जनप्रतिनिधियों ने भी अब तक कोई सुनवाई नहीं की है।
ये हो रही समस्याएं
-गांवों में फैल रहा प्रदूषण
-थूंबली के स्कूल के पास ही माइंस
-बच्चों का और ग्रामीणों का स्वास्थ्य हो रहा खराब
-गांव में बढ़ रही बीमारों की संख्या
-ग्रामीणों की नहीं हो रही स्वास्थ्य जांच
-मंदिर के चारों तरफ खुदाई, बरसात में भरता है पानी
-गांव के लोगों को नहीं दे रहे रोजगार
-सड़कों की हालत खराब हो गई
-भाडख़ा से थूंबली सड़क पर कंपनी के सैकड़ों वाहनों की आवाजाही
-गांवों के पास है माइंस, शोर के कारण रात में सो नहीं सकते
-पानी का छिड़काव नहीं हो रहा है माइंस के आसपास
Source: Barmer News