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गडरारोड/बाड़मेर/ पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क। बस, कुछ ही दिन शेष है…भारत के विकास का एक नया आयाम पाकिस्तान के सामने होगा। भारत ने जिस सीमा से पाकिस्तान के दांत खट्टे कर खदेड़ा था, वहां पाकिस्तान तो अब तक बिजली के खंभे भी नहीं पहुंचा पाया है, लेकिन भारत की विद्युत ट्रेन सामने जाकर खड़ी होगी। भारत के अंतिम रेलवे स्टेशन मुनाबाव से अब महज 45 किमी दूर रेलवे विद्युतिकरण का काम रहा है। रेलवे विद्युतिकरण भारत के गडरारोड़ रेलवे स्टेशन पहुंच गया है।

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सीमा के आखिरी स्टेशन की ओर…
210 किमी बाड़मेर-जोधपुर इलेक्ट्रिक लाइन ट्रॉयल पूर्ण
100 किमी बाड़मेर-मुनाबाव विद्युतीकरण गडरारोड़ तक पहुंचा
421 करोड़ समदड़ी-मुनाबाव इलेक्ट्रीफिकेशन बजट
2023 दिसम्बर तक कार्य होगा पूर्ण

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यहां खास तथ्य यह है कि यह वही गडरारोड़ है जो 1947 में बसा था। देश की आजादी के वक्त पाकिस्तान के व्यापारिक कस्बे गडरासिटी के सभी लोगों ने एक साथ फैसला लिया और रातों-रात गडरासिटी छोड़कर भारत के गडरारोड़ आकर बस गए। गडरासिटी अब वीरान पड़ा है, वहां एक विद्युत खंभा है न विकास। इधर, गडरारोड़ भारत का बड़ा व्यापारिक कस्बा बन गया है और यहां विद्युत रेल की तैयारियां अंतिम चरण में है।

Source: Barmer News

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