जोधपुर। आई फ्लू के बाद वायरल फीवर ने पैर पसारने शुरू कर दिए है। मौसम के मिजाज में आए बदलाव के कारण अब खांसी, बुखार व बदन दर्द के मरीज एकाएक बढ़ने लगे हैं। दिन व रात के तापमान में अंतर आने से मौसमी बीमारियां बढ़ गई है। चिकित्सकों के अनुसार मौसम में बदलाव आने के कारण मौसमी बीमारियां फैलने लगती है। मौसमी बीमारियों के साथ ही डेंगू व मलेरिया ने चिकित्सा महकमे की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि अभी तक डेंगू व मलेरिया के मरीजों का आंकड़ा चिंताजनक नहीं है, लेकिन मरीजों के मिलने का क्रम लगातार जारी है।
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अब वायरल का जोर
इन दिनों दिन व रात के तापमान में अंतर आने के कारण अब वायरल फीवर के मरीज बढ़ने लगे हैं। वायरल फीवर के अलावा खांसी, गले में दर्द, बदन दर्द, आंखों से पानी आना जैसी शिकायतें भी सामने आ रही है। गत एक सप्ताह से इसका प्रकोप बढ़ गया है। अब घर-घर में मौसमी बीमारियों के मरीज मिलने लगे है। इन दिनों अस्पतालों में पहुंचने वाले अधिकांश रोगी मौसमी बीमारियों से पीड़ित हैं।
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यह बरतें सावधानी
– बुखार, खांसी, गले में दर्द संबंधी शिकायत होते ही तुरंत चिकित्सक की सलाह लें।
– संक्रमित व्यक्ति से पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
– खांसते या छींकते समय मुंह पर कपड़ा रखें।
– रोगी के खाने -पीने का सामान अलग रखें।
– गुनगुने पानी में नमक व हल्दी मिलाकर दिन में दो बार गरारे करें।
आई फ्लू ने दिखाई थी आंख
गत माह एडिनो वायरस के असर से मारवाड़ क्षेत्र में आई फ्लू के मरीज एकाएक बढ़ गए थे। करीब एक माह तक आई फ्लू का पीक रहा, जिससे हर तीसरा व्यक्ति इस बीमारी की चपेट में आया। अस्पतालों में आई फ्लू के मरीजों की कतारें लगी हुई थी। सरकारी अस्पतालों में अवकाश के दिन भी चिकित्सकों ने इस बीमारी के मरीजों का उपचार किया था। अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में आई है।
इनका कहना है
बुखार, खांसी, गले में दर्द की शिकायत के केस बढ़े हैं। मौसमी बीमारियां है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। अपने स्तर पर कोई दवा नहीं लें। डॉक्टर को दिखाकर उनकी बताई दवा ही लें, ताकि उपचार में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हो।
– डॉ. अशोक सिंह राठौड़, सीनियर फिजिशियन
Source: Jodhpur