बाड़मेर. पुलिस ने करीब दस महीने से लापता एक बालक को तलाश करते हुए उसके परिजनों से मिला दिया। करीब 13 साल के बच्चे को उसके दादा को सुपुर्द किया।
जिला पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद के अनुसार 10 महीने पूर्व 13 साल का बालक मालाराम लापता हो गया। बच्चे के माता -पिता दोनों नहीं है। वह अपने दादा- दादी के पास रहता था। एक दिन बिना बताए घर से कहीं चला गया। पुलिस थाना सदर में गुमशुदगी दर्ज करते हुए तलाश शुरू की गई। इस दौरान पता चला कि वह धार्मिक संस्थान की देखरेख में है। वहां से लाकर उसके दादा-दादी से मिलवाया गया।
इस तरह तलाश हुई पूरी
पुलिस के अनुसार बालक बाड़मेर से निकलकर जालोर-आहोर पहुंच गया। इस दौरान बच्चे की जागृति जन सेवा संस्थान ने देखभाल की। संस्थान ने बच्चे को उसके परिजनों तक पहुंचाने के लिए इंटरनेट पर उसका फोटो अपलोड किया। इस बीच बाड़मेर पुलिस भी बच्चे को तलाश कर रही थी। यहां की टीम को नेट पर फोटो मिलता-जुलता पाए जाने पर संस्थान पहुंची और बच्चे का नाम व पता मिलाया तो वह बाड़मेर से लापता मालाराम निकला। पुलिस ने पूछा तो बच्चे ने अपना नाम मालाराम बताया। अन्य जानकारी में भी सब कुछ लापता बालक से मिलने पर उसके दादा-दादी से वीडियो कॉल से बातचीत करवाई गई। दोनों ने पोते को पहचान लिया। इसके बाद बच्चे को बाड़मेर लेकर आए और दादा-दादी को सौंप किया। बच्चे को तलाश करने वाली टीम में सदर थानाधिकारी किशनसिंह, हैड कांस्टेबल दुर्गाराम, कांस्टेबल सुरेश कुमार व शेराराम शामिल रहे।
Source: Barmer News