बालोतरा. क्षेत्र के मिठौड़ा, धारणा, चूली सहित कई गांवों में टिड्डियों के पड़ाव से फसलों के नुकसान को लेकर किसान चिंतित हैं। वे अपने स्तर पर टिड्डियों पर नियंत्रण के प्रयास में जुटे हुए हैं।
क्षेत्र के कांखी, कुण्डल आदि गांवों में सोमवार को टिड्डियों ने प्रवेश किया। इन गांवों में ठहराव के बाद मंगलवार को टिड्डियां पादरू, इटवाया, बावतरा आदि के गांवों में पहुंची। वहीं बुधवार को मिठौड़ा, धारणा, चूली गांव में फसलों को नुकसान पहुंचाया।
किसानों के अनुसार करीब 5 किमी क्षेत्र में टिड्डी फैली हुई है। प्रशासन की ओर से रोकथाम के पुख्ता इंतजाम नहीं करने से खेतों में खड़ी रबी फसल जीरा, गेंहू, सरसों, इसबगोल को नुकसान हो रहा है।
सिवाना. पादरू, कुंडल, इटवाया पंऊ में टिड्डी दल पहुंचने से किसानों को फसलें चौपट होने की चिंता सता रही है। जानकारी पर तहसीलदार शंकरराम गर्ग कार्मिकों के साथ पहुंचे। किसान खेत में धुंआ कर व थाली बजाकर टिड्डी भगा रहे। छिड़काव के लिए कृषि विभाग की दो गाडिय़ां पहुंची।
अनार को खतरा
पादरू, मिठौड़ा, धारणा, इंद्राणा, सिणेर व कुशीप में अनार की खेती बहुतायत में है। टिड्डियों पर शीघ्र नियंत्रण नहीं किया गया तो लाखों रुपए कीमत की फसल नष्ट हो जाएगी। सरकार शीघ्र रोकथाम का कार्य करें।
– गणपतसिंह करनोत, कुसीप
प्रशासन करे इंतजाम
गांव में टिड्डी पहुंचने पर किसानों की नींद उड़ गई है। करीब 5 किमी दायरे में टिड्डी फैली हुई है। शीघ्र ही नियंत्रण नहीं किया गया तो लाखों रुपए कीमत की फसल चट कर जाएगी। सरकार, प्रशासन रोकथाम के पुख्ता इंतजाम करें।
– ओमसिंह, किसान मिठौड़ा
Source: Barmer News