जोधपुर।
महामंदिर थानान्तर्गत भदवासिया में इंटेलीजेंस ब्यूरो (आइबी) ऑफिस परिसर की फोटो ले रहे एक युवक संदिग्ध हालात में पकड़ा गया। तलाशी में उसके पास आइबी ऑफिस में नियुक्ति व प्रवेश पत्र मिले। जो जांच में फर्जी पाए गए। अब उसके खिलाफ धोखाधड़ी की एफआइआर दर्ज करवाई गई है।
पुलिस के अनुसार भदवासिया में आइबी ऑफिस के सहायक निदेशक अजयसिंह पुत्र विजयसिंह तंवर ने मध्यप्रदेश में दतिया मंडेर निवासी गोपाल पुत्र राजकुमार सिहोर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। गोपाल सिहोर को भदवासिया में डब्ल्यूसीआरटीसी व आइबबी ऑफिस परिसर के गेटयार्ड ने ऑफिस की फोटो लेते पकड़ा है। उसे आइबी ऑफिस ले जाया गया, जहां पूछताछ करने पर उसने अवगत कराया कि उसके पास आइबी एसीआइओ-2 पद के लिए नियुक्ति व प्रवेश पत्र है। इनकी जांच की गई तो यह दस्तावेज फर्जी पाए गए।
मामला संदेहास्पद नजर आने पर गोपाल से सघनता से पूछताछ की गई। तब उसने बताया कि वह आइबी/रॉ साहिल मित्तल के हैंडल का हिस्सा था, जहां आइबी में विभिन्न पदों के लिए तैयारी करने वाले अभ्यर्थी बतौर सदस्य थे। इनमें से कुछ अभ्यर्थियों ने अपने प्रवेश पत्र और ऑफर लैटर की फोटो सोशल मीडिया में अपलोड की थी।
इनकी देखादेखी आरोपी गोपाल ने भी एक दुकान से आइबी में नियुक्ति व ऑफर लैटर टाइप करवाए थे। इसके बाद उसने दिल्ली और फिर जोधपुर में आइबी ऑफिस में सम्पर्क किया था। आइबी की तरफ से एफआइआर दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की है।
अनेक ई-मेल आइडी मिली, आइबी पर अनर्गल आरोप
आइबी अधिकारियों ने युवक का मोबाइल कब्जे में लिया। जिसकी जांच करने पर गृह मंत्रालय के विभिन्न विभागों के ई-मेल एड्रेस मिले। साथ ही एक पत्रकार से बातचीत में आइबी पर अनर्गल आरोप लगाए गए। योग्य की जगह अयोग्य अभ्यर्थियों को नौकरी देने के आरोप भी लगाए गए।
Source: Jodhpur