केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) ने एक ही खेत में कृषि, पशुपालन, बिजली निर्माण और वॉटर हार्वेस्टिंग का मॉडल तैयार किया है। 2 हेक्टेयर में बने इस मॉडल के जरिए किसान एक सीजन में 6 लाख रुपए तक कमाई कर सकते हैं। इस मॉडल में कृषि फसलें, उद्यानिकी फसलें, चारा फसलें, सिल्वी पाश्चर ब्लॉक, बरसाती पानी का टैंक, सोलर प्लेट से बिजली निर्माण शामिल है। इसमें एक ब्लॉक पशुपालन के लिए भी होगा। फसलों की वैरायटी में से कोई भी फसल किसान सुविधानुसार चयन कर सकता है। काजरी के वैज्ञानिक डॉ. आरएन कुमावत ने बताया कि यह मॉडल तैयार करके काजरी में लगाया गया है। किसान यहां आकर मॉडल को देखकर भी सकते हैं।
एक सीजन में होगी 6 लाख रुपए तक की कमाई
केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. ओपी यादव ने बताया कि हमने किसानों की वर्षभर आमदनी बनाए रखने के लिए समन्वित कृषि का यह मॉडल विकसित किया है। इससे एक सीजन में 6 लाख रुपए तक की कमाई हो सकती है।
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एक खेत में इतनी सारी फसलें
1- ये हैं 12 कृषि फसलें
रबी फसल: जीरा, मैथी, धनिया, इसबगोल, चिया, क्विनोवा
खरीफ फसल: ज्वार, बाजरा, रागी, मूंग, मोठ, ग्वार
2 – उद्यानिकी फसल : अंजीर, बेर, अनार, गूंदा
3 – हरा चारा ब्लॉक : ज्वार-चारा चुकंदर, बाजरा-रिजका, गिनी घास, कांटा रहित थोर, सहजन, संकर बाजरा नेपियर
4 – सब्जी ब्लॉक : पालक, मैथी, धनिया, पुदिना, चंदलिया, लौकी, तोरु, भिंडी
5 – सिल्वी पाश्चर ब्लॉक: अंजन घान, कलमी खेजड़ी, मालाबार नीम
6 – फार्म रेन वाटर हार्वेस्टिंग ब्लॉक : खेत तलाई (5 लाख लीटर), कम्पोस्ट गड्डे (6), सौर ऊर्जा चालित पंप, पॉलीहाउस (कम लागत)।
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Source: Jodhpur