बाड़मेर-जैसलमेर जिले में अनजान लोगों का बेहिसाब पहुंचना अब सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा कर रहा है। हद तो यह है कि बॉर्डर से महज चार किमी दूरी तक चोर बिजली के तार चोरी कर 100 से अधिक गांवों में घुप अंधेरा कर जा रहे है और पूरा तंत्र लाचार है। बॉर्डर के मापुरी गांव के पास भीलों की ढाणी से करीब डेढ़ किलोमीटर तक बिजली के तार 26 जनवरी को चोरी कर लिए गए। इससे बॉर्डर के सैंकड़ों गांवों में तीन दिन तक विद्युत आपूर्ति बंद रही। मापुरी बॉर्डर से चार किलोमीटर की दूरी पर ही है। गौरतलब है कि बीएसएफ ने बीते दिनों ही यहां सीमा पार से आई हेरोइन की खेप को पकड़ा है।
पोकरण फील्ड फायरिंग के नजदीक
पोकरण से महज 12 किलोमीटर दूर रामदेवरा में मौजूदा समय में 300 धर्मशालाएं- होटल और करीब 100 रेस्तरां हैं। लंबे समय से यहां अन्य प्रदेशों से आए लोग रोजगार से जुड़ गए हैं। यहां पर सत्यापन और पुलिस वेरीफिकेशन नहीं हो रहा है। पाक सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर जिले का पोकरण क्षेत्र फील्ड फायरिंग रेंज होने के कारण यहां पड़ौसी मुल्क की नजरों में यह हमेशा रहता है। पूर्व में यहां जासूसी की कई कडिय़ां उजागर हो चुकी है।
रिफाइनरी की सुरक्षा रामभरोसे
पचपदरा में प्रदेश का मेगा प्रोजेक्ट रिफाइनरी का निर्माण हो रहा है। यहां करीब 35 हजार मजदूर काम कर रहे है। बाहरी व अनजान लोगों की संख्या हजारों में है। यहां सुरक्षा इंतजाम को लेकर पुलिस पूरी तरह से बेखबर है। अनजान लोग बालोतरा-पचपदरा दोनों ही कस्बों में है और उनका पुलिस वेरीफिकेशन नहीं हुआ है।
उत्तरलाई के पास तक स्पॉ सेंटर्स
पुलिस उत्तरलाई के पास के इलाकों में चल रहे स्पॉ सेंटर्स पर भी मेहरबान है। यहां पर पिछले दिनों अपहरण और गोली चलाने की घटना होने के बावजूद भी स्पॉ सेंटर्स के खिलाफ कड़ी कार्यवाही नहीं की गई है। इन स्पॉ सेंटर्स में बाहरी बालाएं पहुंच रही हैै। हनी ट्रेप जैसे मामलों से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। बाड़मेर शहर में बीते दिनों पंजाब के कुख्यात शूटर्स ने हत्या की वारदात की थी। इससे पूर्व यहां बाहरी इलाकों में गोली चलने, हथियारों के साथ तस्करों की मुठभेड़ और तस्करों के हथियार सहित पकडऩे की घटनाएं हुई है।
यह भी पढ़ें- 5 दिन में 3 करोड़ 60 लाख की अवैध शराब जब्त, 2 तस्कर गिरफ्तार
यह हैं खामियां
– बीट कांस्टेबल सिस्टम नहीं गंभीर
– थानों पर सीएलजी की बैठकें बनी औपचारिकता
– पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हो रहा
– बॉर्डर इलाके में पुलिस,बीएसएफ, सुरक्षा एजेंसियों का साझा नेटवर्क नहीं जम रहा
– तस्करी से आने वाले हथियारों पर नहीं लग पा रही रोक
यह भी पढ़ें- चार दिन से छाया अंधेरा, किसानों का धरना, मिला आश्वासन
Source: Barmer News