स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रविवार को वार्षिकोत्सव के दौरान बाड़मेर विधायक प्रियंका चौधरी व अन्य नेताओं को नहीं बुलाने पर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने जमकर हंगामा किया। मौके पर नौबत इतनी ज़्यादा बिगड़ गई कि पुलिस को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग करना पड़ गया। उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस तक छोड़ना पड़ गया।
इस बीच कई घंटाें तक माहौल गर्माया रहा। इस दौरान मुख्य अतिथि राज्यमंत्री के के विश्नोई कार्यक्रम में पहुंचे। कार्यक्रम में शामिल होने चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल पहुंचे तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।
विधायक प्रियंका चौधरी का गेस्ट लिस्ट में नाम नहीं
राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज बाड़मेर में वार्षिकोत्सव में मंत्री के के विश्नोई, चौहटन के विधायक आदूराम मेघवाल व अन्य को आमंत्रित किया था। इस सूची में स्थानीय विधायक प्रियंका चौधरी का नाम नहीं था। ऐसे में प्रियंका चौधरी के समर्थन में उतरे छात्र सुबह कॉलेज पहुंच गए और मुख्यद्वार के आगे प्रदर्शन किया। छात्रों के प्रदर्शन के मद्देनजर यहां पुलिस जाब्ता तैनात था।
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.. और बिगड़ गया माहौल
इस दौरान चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने से रोका जाने लगा। इस पर पुलिस और छात्र आमने-सामने हो गए। पुलिस ने बल प्रयोग प्रांरभ करते हुए लाठीचार्ज शुरू कर दिया । छात्रों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया तो विरोध में प्रदर्शनकारियां ने पथराव करना शुरू कर दिया। लाठीचार्ज में एक छात्र को चोट आई तो पुलिस कर्मी को भी चोट आई । कुछ गाड़ियों के शीशे टूट गए। जवाब में पुलिस ने आंसूगैस छोड़ी।
प्रदर्शन पर बैठे छात्र
चौहटन विधायक की गाड़ी जब कॉलेज के गेट पर पहुंची तो छात्र उसके आगे बैठ गए तथा नारेबाजी करने लगे। इस पर पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। पुलिस लाठीचार्ज में एक छात्र के सिर में चोट लग गई। इस पर छात्र और उग्र हो गए। वे घायल छात्र को लेकर गेट पर ही धरना देने लगे। कुछ देर बाद उसे अस्पताल पहुुंचाया गया।
प्राचार्य पर लगाए आरोप
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कॉलेज के प्राचार्य की पत्नी भाजपा में राजनीति में है और उनके कहने पर स्थानीय विधायक को नहीं बुलाया गया। जिला प्रमुख महेन्द्र चौधरी सहित अन्य नेताओं को नहीं बुलाने पर भी ऐतराज जताया।
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मंत्री गाड़ी से उतरे
मंत्री के के विश्नोई भी प्रदर्शन के दौरान यहां पहुंचे। वे गाड़ी से उतरकर विद्यार्थियों के बीच में आए। ज्यादा देर तक बात नहीं हो पाई और वे रवाना हो गए।
अंदर कार्यक्रम, बाहर प्रदर्शन
सुबह 11 बजे से देरशाम तक विद्यार्थी प्रदर्शन करते रहे। अंदर वार्षिकोत्सव कार्यक्रम जारी रहा। कार्यक्रम के बाद में बताया जाता है कि सुरक्षा के बीच में अतिथियों को रवाना किया गया।
जाप्ता रहा तैनात
कार्यक्रम से पहले छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस उपअधीक्षक नरेंद्र जांगिड़, कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खावा व रीको थानाधिकारी देवाराम बालिया के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस व आरएसी के जवान तैनात रहे। माहौल गर्माने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येंद्रपाल सिंह व तहसीलदार श्यामसिंह चारण मौके पर पहुुंचे।
घटना की निंदा करती हूँ मैं इस घटना की निंदा करती हूं। विद्यार्थी शांतिपूवर्क प्रदर्शन कर रहे थे जो उनका हक है। कॉलेज प्रशासन व पुलिस को उनसे बात कर उनकी मांगे सुननी चाहिए थे। इस तरह लाठीचार्ज करने की नौबत कहां पर आई। छात्र चोटिल हुए है। पुलिस व कॉलेज प्रशासन का यह कृत्य निंदनीय है। इस तरह के हालात बनाना गलत है। मैं दिन में बाहर थी। रात को अस्पताल पहुंची छात्रों से मिली हूं।- डा. प्रियंका चौधरी, विधायक बाड़मेर
Source: Barmer News