नगर निगम में भ्रष्टाचार को लेकर आमजन ही नहीं जनप्रतिनिधि भी परेशान हैं। भाजपा की पूर्व पार्षद खैरून सोलंकी शुक्रवार को नगर निगम उत्तर में बढ़ते भ्रष्टाचार के खिलाफ निगम आयुक्त अतुल प्रकाश के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गईं। करीब 3-4 घंटे तक जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो वे अपने समर्थकों के साथ निगम की छत पर पहुंच गईं और वहां से कूदने की कोशिश की। हालांकि उनके समर्थकों व निगम के होमगार्ड जवानों ने सोलंकी को पकड़ा और समझाइश देकर नीचे ले आए। उसके बाद भी सोलंकी आयुक्त के कमरे के बाहर धरने पर बैठ गई। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान निगम उत्तर का एक भी अधिकारी नहीं पहुंचा।
पूर्व पार्षद खैरून का कहना है कि उनके वार्ड नंबर 52 में अतिक्रमण प्रभारी रवि बारासा भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है। ठेला चालकों व दुकानदारों से छोटी रसीद काटता है और बड़ी वसूली करता है। आए दिन दुकानदारों व ठेला चालकों को परेशान करता है। मोहल्लेवासियों में भय पैदा हो गया है। कई बार अधिकारियों को बताया, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से मुझे मजबूरन धरना देना पड़ रहा है।
जांच करवाई जाएगी
जो शिकायत मिली है, उसे संज्ञान में ले लिया गया है। आरोपों की जांच करके कार्रवाई की जाएगी।
– अतुल प्रकाश, आयुक्त, नगर निगम उत्तर
मुझ पर लगे आरोप झूठे
मुझ पर जो भी आरोप लगे हैं, वो झूठे हैं। ऐसा कोई मामला नहीं है। हम जब कार्रवाई करने जाते हैं तो पूर्व पार्षद खैरून खुद कहती हैं मेरे वार्ड में मत आया करों। कई बार मुझसे अभद्र भाषा में भी बात की है। अब मैं पूर्व पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाउंगा।
– रवि बारासा, अतिक्रमण प्रभारी, नगर निगम उत्तर
शिकायत की जांच होनी चाहिए
निगम में भ्रष्टाचार को लेकर कोई भी शिकायत आती है तो उस शिकायत की जांच करनी चाहिए। जांच में दोषी पाया जाता है तो निगम आयुक्त को कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी हरकत नहीं करें।
– कुन्ती देवड़ा, महापौर, नगर निगम उत्तर
Source: Jodhpur