जोधपुर। धर्मांतरण और लव जिहाद के मुद्दे पर राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। मंत्री दिलावर ने साफ-साफ कहा कि स्कूलों को धर्मांतरण और लव जिहाद का अड्डा नहीं बनने देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि राजस्थान की सभी स्कूलों में नियमित रूप से 10 मिनट सूर्य नमस्कार करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री मदन दिलावर ने जोधपुर से बालोतरा रवाना होने से पहले ये बात कहीं।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जयपुर से बालोतरा जाते वक्त देर रात जोधपुर पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद मंत्री दिलावर आज सुबह बालोतरा के लिए रवाना हुए। इस दौरान सर्किट हाउस में मीडिया से चर्चा के दौरान मंत्री दिलावर ने कहा कि कोटा जिले के खजूरी ओदपुर गांव के विद्यालय में तीन शिक्षकों के खिलाफ कारवाई की है। वहां के स्कूल में एक हिन्दू बालिका के धर्म के कॉलम में अध्यापकों ने मुस्लिम लिखा। उस स्कूल में जबर्दस्ती नमाज पढ़ाई जाती और धर्मांतरण का षड्यंत्र होता है, ये तो हम चलने नहीं देंगे।
जहां सूर्य नमस्कार नहीं, वहां होगा एक्शन
उन्होंने कहा कि किसी भी विद्यालय को धर्मांतरण या लव जिहाद का अड्डा नहीं बनने देंगे। जहां पर भी षड्यंत्र होगा, उसमें शामिल शिक्षक हो या बच्चे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। सूर्य नमस्कार का जिक्र करते हुए मंत्री दिलावर ने कहा कि प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रार्थना सभा के समय रोजाना 10 मिनट तक सूर्य नमस्कार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन निर्देशों की समीक्षा भी करवाई जा रही है। जहां आदेशों की पालना नहीं होगी, वहां एक्शन लिया जाएगा।
कोटा के स्कूल में सामने आया था धर्मांतरण का मामला
बता दें कि हाल ही में कोटा जिले के खजूरी ओदपुर गांव के सरकारी स्कूल में जबरन नमाज पढ़ाने व धर्मांतरण का मामला सामने आया था। इस पर शिक्षा विभाग ने 22 फरवरी की रात आदेश जारी कर तीन शिक्षकों में से दो को निलंबित कर दिया था। शिक्षक फिरोज और मिर्जा मुजाहिद को निलंबित करने के साथ महिला शिक्षिका शबाना को एपीओ किया गया था। इन शिक्षकों पर विद्यार्थियों से जिहादी गतिविधियां करवाने का आरोप लगा है।
वहीं, बारां जिले के किशनगंज ब्लॉक नाहरगढ़ के लकड़ाई स्कूल में गणतंत्र दिवस पर समारोह के दौरान मां सरस्वती की तस्वीर नहीं लगाने पर जमकर हंगामा हुआ था। इस पर सावित्री बाई फुले को शिक्षा की देवी बताने वाली शिक्षिका हेमलता बैरवा को शिक्षा विभाग ने 23 फरवरी को सस्पेंड किया था।
Source: Jodhpur