टॉक शो- पचपदरा की बेटियां वो बोली-जो है हकीकत
पचपदरा की बेटियों को मिले-कॉलेज,हॉस्टल, खेल ग्राउण्ड
पचपदरा पत्रिका.
पचपदरा में रिफाइनरी के आने के बाद आए बदलाव पर पचपदरा की बेटियों को नाज है। वे अपने आसपास हो रहे विकास और गांव में लग रहे इस प्रोजेक्ट से देशभर में गांव का नाम होने पर खुश है लेकिन उन्हें मलाल है कि विकास का यह दायरा अभी तक रिफाइनरी की चारदीवारी में ही है। गांव में अभी भी मूलभूत सुविधाएं नहीं है। बेटियों ने पत्रिका के टॉक शो में खुद लिखा कि उन्हें क्या चाहिए?
बेटियों की चिंता
– महिला सुरक्षा के लिए हों प्रबंध
-बेटियों के लिए बने अब कॉलेज
– बीएड और नर्सिंग कॉलेज भी आए पचपदरा
– बालिकाओं के लिए बने हॉस्टल
– कामकाजी महिलाओं के लिए बने आवासीय ट्रांजिस्ट हॉस्टल
– बेटियों के लिए बने अलग से खेल मैदान व स्टेडियम
– पचपदरा के गल् र्स स्कूल में हों बेहतरीन सुविधाएं
– महिला अस्पताल और विशेषज्ञ चिकित्सक लगाए जाएं
महिला सुरक्षा की चिंता
पचपदरा रिफाइनरी आने से यहां भीड़भाड़ बढ़ी है। महिला सुरक्षा को लेकर चिंता हुई है। पहले गांव में अकेले जाते हुए किसी प्रकार की फिक्र नहीं थी लेकिन अब स्टेशन के इलाके में जाना मुश्किल होता है।- टीना कक्षा बारहवीं
पानी की समस्या
रिफाइनरी से पहले गांव में पानी की समस्या नहीं थी। अब पानी की समस्या बढ़ी है। नमक की खानों को हटा दिया गया है। यहां बेरोजगार हो गए लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। – सरोज कक्षा,ग्यारह
रोजगार बढ़ा है
रिफाइनरी से पहले पचपदरा के लोग बालोतरा में काम को जाते ंथे,वहां काम नहीं मिलता तो लौट आते। जब से रिफाइनरी का काम शुरू हुआ है यहां पर मजदूूरी मिलने लगी है-तारामती कंवर, कक्षा ग्यारह
टिफिन सर्विस
महिलाओं के लिए एक नया रोजगार आया है टिफिन सर्विस। यहां पर मजदूरों की संख्या बढऩे के कारण खाने को लेकर टिफिन सर्विस कई महिलाएं कर रही है। यह रोजगार का नया माध्यम है।-रविना, कक्षा ग्यारह
बेटियों की मदद करे
रिफाइनरी का कार्य एक लाख करोड़ से हो रहा है। अब यहां बेटियों के स्कूल में सरकार मदद करे। बेटियों के लिए हॉस्टल, खेल मैदान और अन्य सुविधाएं मिलनी चाहिए। पचपदरा में गल्र्स कॉलेज होना चाहिए।-गौरी कक्षा ग्यारह
प्रदूषण नहीं,हरियाली मिले
रिफाइनरी के बाद यहां पर प्रदूषण बढ़ रहा है। यहां आसपास के पूरे इलाके में हरियाली होनी चाहिए। खनन कार्य भी बढ़ गए है। यहां पर पचास किमी इलाके में प्रदूषित वातावरण हो गया हैै।-अरूणा चारण
Source: Barmer News