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हर्षवर्धनसिंह/जोधपुर. अक्सर यह सुनने में आता है कि हिंदी मीडियम के बच्चों को कॉपरेट जगत में सेटल होने में दिक्कतें आती हैं। वह विदेशों में जॉब्स नहीं कर सकते लेकिन शहर के होनहार एनिमेटर इटली में रहते हुए अंग्रेजी फिल्मों, टीवी सीरीज व कमर्शियल्स में विजुअल इफेक्ट्स दे रहा है। हिंदी मीडियम स्कूल से पासआउट प्रफुल्ल अरोड़ा को एनिमेशन में ही आगे बढऩे का सपना था। इसलिए उसने बैंगलुरू से फिल्म मेकिंग व एनिमेशन में स्नातक किया। जहां वह बेस्ट स्टूडेंट रह चुका है। शिक्षा के बाद उसने हैदराबाद में जॉब किया।

यहां रहते हुए उसने फिल्मों में स्पेशल इफेक्ट्स देना शुरू किया। इस दौरान उसे ब्लॉकबस्टर मूवी बाहुबली व लिंगा में भी काम करने का अवसर मिला है। इस तरह कुल 14 फिल्मों में उसे क्रेडिट प्राप्त हुआ है। मलेशिया से ऑफर आने पर उसने वहां के स्टूडियोज में एनिमेशन कार्य किया। नेटफ्लिक्स की ट्रॉल हंटर्स व एमेजॉन प्राइम की लॉस्ट इन ऑज के लिए काम किया है। इसके लिए उसे एएमआई अवॉर्ड मिला है। फोटोग्राफी में हाथ आजमाते हुए मिस मलेशिया के पोर्टफोलियो तैयार किए हैं।

यहां एनिमेशन में नहीं अवेयरनेस
इन दिनों प्रफुल्ल इटली में रहते हुए यूरोपियन फिल्मों में विजुअल वीएफएक्स का कार्य करते हुए वहां की सरकार की एक डिजाइनिंग संस्था में एक्टिव मेंबर भी है। सरदारपुरा निवासी प्रफुल्ल ने बताया कि देश में एनिमेशन को लेकर अधिक अवेयरनेस नहीं है। बॉलीवुड व टीवी इंडस्ट्री में काम जल्दी चाहिए होता है। ऐसे में यहां क्वालिटी से समझौता किया जा रहा है। यहां एक्ट्र्स पर पैसा लगाया जाता है न कि एनिमेशन पर। प्रफुल्ल के पिता रामनारायण अरोड़ा व्यवसायी है और माता जानकी अरोड़ा हाउसमेकर हैं।

Source: Jodhpur

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