Rajasthan News : जोधपुरवासियों के लिए आज का दिन खास है। सुरक्षित परिवहन साधनों में प्रमुख रेलगाड़ी का जोधपुर में 9 मार्च के दिन ही श्रीगणेश हुआ था। आज से करीब 139 साल पहले 9 मार्च 1885 को जोधपुर से लूणी के बीच पहली ट्रेन चली थी। इसके बाद जोधपुर रेलवे ने अब तक लम्बा सफर तय किया है।
जोधपुर रेल मण्डल उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रशासनिक नियंत्रण में है। वर्तमान में जोधपुर रेल मंडल के सिटी रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के साथ यात्रीभार बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में जोधपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर 5 प्लेटफॉर्म हैं। जोधपुर रेल मण्डल की ओर से रेलवे बोर्ड को 2 और नए प्लेटफॉर्म विकसित करने के प्रस्ताव भेजे गए हैं।
समृद्ध विरासत की झलक देखने को मिलेगी
लम्बे अर्से बाद स्टेशन का पुनर्विकास होगा। रेलयात्रियों को बेहतर सुविधा व रेलवे के संसाधन का बेहतर प्रयोग करने के लिए रेलवे स्टेशन की कायापलट हो रही है। स्टेशन पर जोधपुर की समृद्ध विरासत की झलक देखने को मिलेगी। पीले पत्थर का जाली कार्य, मेहराब, गुंबद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण आदि किया जाएगा। रेल भूमि विकास प्राधिकरण की ओर से बेंगलूरु की कंस्ट्रक्शन कंपनी को स्टेशन के रीडवलपमेंट का जिम्मा सौंपा है।
8 उपनगरीय स्टेशन हैं
उपनगरीय जोधपुर स्टेशन- स्टेशन से दूरी
– राइकाबाग- 2
– भगत की कोठी- 3
– महामंदिर- 5
– बासनी – 6
– जोधपुर कैन्ट- 8
– मण्डोर- 10
– बनास- 14
– सालावास- 16
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फैक्ट फाइल
– 70 जोड़ी ट्रेनों का प्रतिदिन आवागमन, जिसमें साप्ताहिक व नियमित ट्रेनें शामिल।
– 45-50 हजार यात्रियों का प्रतिदिन आवागमन 5 प्लेटफॉर्म वर्तमान में।
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Source: Jodhpur