Rajasthan News : भारतमाला परियोजना का अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस वे इन दिनों शराब तस्करों का सबसे मुफीद व पसंदीदा रूट बना हुआ है। इससे पहले फलोदी-रामजी का गोल मेगा हाइवे शराब तस्करों का पसंदीदा रूट था, लेकिन इस रूट पर पुलिस थाने व चौकियां बनने के बाद तस्करों ने शराब तस्करी के नए हथकंडे अपनाने शुरू किए ही थे, लेकिन अब भारतमाला परियोजना के तहत एक्सप्रेस-वे बनने से शराब तस्करों का कारोबार फिर से तेजी पकड़ रहा है। सांचौर जिला पुलिस ने बालोतरा जिले से निकलने वाली भारतमाला एक्सप्रेस-वे से एक माह में तीन अवैध शराब से भरे ट्रकों को जब्त कर सैकड़ों कार्टन अवैध शराब बरामद की थी। इन्हीं कार्रवाइयों में सामने आया था कि तीनों ट्रक भारतमाला एक्सप्रेस-वे से सांचौर तक पहुंचे थे, लेकिन बालोतरा जिला पुलिस को इन ट्रकों की भनक तक नहीं लगी।
लोकसभा चुनावों को लेकर शराब तस्कर अधिकाधिक तस्करी कर चांदी कूटने में लगे हुए हैं। पड़ोसी राज्य गुजरात में शराबबंदी होने व अब चुनावों में वहां पर शराब की अधिक मांग है। इस पर अवैध शराब तस्करी का कारोबार दिनों-दिन तेजी से पनप रहा है। इसके लिए जिले के अलावा अन्य स्थानों के शराब तस्कर टैंकरों, ट्रकों व अन्य छोटे वाहनों से अवैध शराब को गुजरात तक पहुंचा रहे हैं। शराब तस्करों के लिए राजस्थान में हनुमानगढ़ से सांचौर तक अमृतसर-जामनगर ग्रीन कॉरिडोर सबसे आसान राह बना हुआ है। इस चमचमाते सिक्सलेन हाइवे से शराब तस्कर पंजाब व हरियाणा से बालोतरा व सिणधरी के रास्ते गुजरात तक शराब पहुंचा रहे हैं।
इस बार नहीं लगी चैकपोस्ट
गत विधानसभा चुनावों के दौरान पुलिस मुख्यालय ने आदेश जारी कर भारतमाला परियोजना के एक्सप्रेस-वे के प्रवेश व निकासी प्वाइंट्स पर पुलिस चैकपोस्ट लगाने के निर्देश दिए थे। इन चैकपोस्ट पर 24 घंटे राउंड दी क्लॉक पुलिसकार्मिकों को तैनात भी किया गया था, ताकि भारतमाला परियोजना के एक्सप्रेस वे के जरिए अवैध शराब समेत अन्य मादक पदार्थों की तस्करी को रोका जा सके। आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर कुछ दिन पहले आचार संहिता भी लग चुकी है, लेकिन अभी तक एक्सप्रेस-वे के प्रवेश व निकासी प्वॉइंट्स पर पुलिसकार्मिकों की तैनाती नहीं हुई है।
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Source: Barmer News