बाड़मेर. एटीएम से पैसा निकालने की प्रक्रिया से अनभिज्ञ लोगों के साथ सबसे ज्यादा ठगी की वारदातें सामने आई है। डेबिट-क्रेडिट कार्ड बैंक से जारी करवाने के बाद कई लोग खुद इसका उपयोग एटीएम में नहीं कर पाते हैं। एटीएम से राशि निकालने पहुंचते हैं, लेकिन कैसे निकालें इसकी जानकारी नहीं होने के कारण किसी अनजान को कार्ड दे देेते हैं और यहीं से उनके साथ ठगी की शुरूआत हो जाती है।
अपने डेबिट कार्ड से पैसा निकालने के लिए किसी दूसरे को देने के मामले में कई लोग ठगी का शिकार हुए हैं। कइयों ने तो एटीएम से पैसे निकालने के लिए जो डेबिट कार्ड अनजान को दिया था, लेकिन देने वक्त उस व्यक्ति ने कार्ड ही दूसरा पकड़ा दिया। ऐसे मामलों में पीडि़त को पता ही नहीं चलता है। ऐसे भी कई मामले बाड़मेर में सामने आए हैं।
केस: 1
मुझे पैसा निकालना नहीं आता है। हमेशा मैं अपने किसी जान पहचान वाले को ही ले जाता हूं। एक दिन कोई मिला नहीं तो मैने एटीएम से पैसा निकालने के लिए अपना कार्ड वहां खड़े एक युवक को दे दिया। उसने पैसा निकाल कर कार्ड मुझे दे दिया। इसके पांच दिन बाद मेरे खाते से 15 हजार रुपए निकालने का मैसेज आया। जबकि कार्ड तो मेरे पास था।
रामलाल, बाड़मेर
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केस: 2
एटीएम से मुझे पैसा निकालना नहीं आता है। इसलिए कार्ड एटीएम में एक व्यक्ति को देते हुए उससे पैसे निकालने के लिए कहा। उसने लौटाते वक्त मेरा कार्ड ही बदल दिया। लेकिन तब मुझे पता नहीं चला। कुछ दिन बाद पैसा निकालने के लिए एटीएम पर गया तो कार्ड डिस्कार्ड को रहा था। बैंक गया तो पता चला कि यह कार्ड तो उन्होंने जारी ही नहीं किया।
आनंदीलाल, बाड़मेर
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किसी अनजान को नहीं दे डेबिट कार्ड
साइबर विशेषज्ञ राजेश बताते हैं कि अधिकांश लोग दूसरे पर विश्वास करते हुए एटीएम से पैसा निकालने के लिए अनजान को डेबिट कार्ड थमा देते हैं। ठगों के लिए इससे ठगी और आसान हो जाती है। कार्ड नम्बर व सीवीवी का पता चल जाता है। वहीं कई मामलों में यह भी सामने आया है कि डेबिट कार्ड लौटाते वक्त ठग ने उसे बदल ही दिया। इसलिए एटीएम ठगी से बचने के लिए किसी अनजान व्यक्ति को अपना कार्ड नहीं देना चाहिए। एटीएम से पैसा निकालने की जानकारी नहीं है तो किसी परिचित को साथ ले जाएं अन्यथा ठगी की आशंका बढ़ जाती है।
Source: Barmer News