जसोल. जसोल-बालोतरा रेलवे चौथी फाटक तक खस्ताहाल ग्रेवल व डामर सड़क पर आमजन, उद्यमी व श्रमिक राहत को तरस गए हैं। तीन किलोमीटर दूरी के इस मार्ग निर्माण से बाड़मेर से नाकोड़ा, माजीसा मंदिर,रूपादे पालिया मंदिर, ब्रह्मधाम मंदिर दर्शन करने आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को जहां अच्छी सुविधा मिलेगी। वहीं बालोतरा की बिगड़ी यातायात व्यवस्था का सुधार होगा। नगर परिषद व ग्राम पंचायत के इस कार्य में रुचि नहीं लेने से हर दिन लोग परेशानी उठाते हैं। हादसों में चोटिल, घायल होते हंै।
औद्योगिक कस्बे जसोल से लूनी नदी होते हुए बालोतरा के रेलवे चौथी फाटक तक मार्ग जाता है। इस मार्ग के जसोल व बालोतरा के औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े होने पर कामकाज को लेकर पिछले कई वर्षों से लोग आवागमन करते हंै। बीते वर्षों में औद्योगिक कामकाज अधिक बढऩे पर यातायात भी खूब बढ़ा है। जैन तीर्थ नाकोड़ा, मांजीसा मंदिर, रुपादे का पालिया, ब्रह्मधाम आसोतरा दर्शन के लिए कम दूरी का सुलभ मार्ग है। बालोतरा शहर के यातायात से बचने के लिए के लिए बाड़मेर की ओर से आने वाले श्रद्धालु इसका उपयोग करते हंै। मार्ग के खस्ताहाल, टूटे होने पर उन्हें अधिक परेशानी होती है।
खस्ताहाल ग्रेवल व डामर मार्ग- इस मार्ग से लोगों के अधिक आवागमन पर कई वष पूर्व ग्राम पंचायत ने नदी बहाव क्षेत्र में ग्रेवल व नगर परिषद ने नदी छोर तक डामर मार्ग बनाया था, लेकिन नदी में पानी बहाव पर ग्रेवल मार्ग बह गया तो रखरखाव व मरम्मत नहीं करने से डामर सड़क बिखर गई। इससे आवागमन में होती परेशानी पर दो वर्ष पूर्व सीईटीपी जसोल ने स्वयं के खर्च से नदी में ग्रेवल मार्ग बनाया था, लेकिन नदी में दुबारा पानी बहाव पर यह बह गया।
हर दिन होती परेशानी – जसोल-बालोतरा रेलवे चौथी फाटक मार्ग बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसके खस्ताहाल, टूटे होने पर हर दिन लोग परेशानी उठाते हंै। सरकार शीघ्र निर्माण करवाए। – अभिषेक ढेलडिय़ा
मिल सकती है सुविधा- नाममात्र तीन-चार किमी दूरी के मार्ग का नवीनीकरण करवाकर हजारों लोगों, उद्यमियों, श्रमिकों को अच्छी सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकती है। लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। – महावीर मेहता
Source: Barmer News