जोधपुर.
मण्डोर थानान्तर्गत परिहार नगर में एक व्यवसायी को बंधक बनाने के बाद मारपीट व डरा-धमकाकर व्यवसाय करने के लिए प्रोटेक्शन मनी के तौर पर आठ लाख रुपए फिरौती वसूल कर छोड़ दिया गया। वारदात के तीसरे दिन व्यवसायी ने हिस्ट्रीशीटर व उसके साथियों के खिलाफ मण्डोर थाने में एफआइआर दर्ज कराई। आरोपी पकड़ में नहीं आए हैं।
पुलिस के अनुसार मानसागर निवासी इलेक्ट्रोनिक व सीसीटीवी कैमरे लगाने वाले व्यवसायी कमलेश पुत्र अमरसिंह सांखला ने हिस्ट्रीशीटर पवन सोलंकी, राजीव पंवार, कुलदीप सहित दस-बारह जनों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। आरोप है कि गत २९ जनवरी शाम छह बजे कमलेश परिहार नगर में हैयर सैलून की दुकान गया, जहां कुलदीप आया और पवन को फोन न उठाने को लेकर बात की। तीस मिनट बाद पवन व एक अन्य युवक बोलेरो में आए। राजीव की दुकान पर काम करने वाले युवक आया और कमलेश को बुलाने आया।
व्यवसायी वहां पहुंचा तो आरोपियों ने गाड़ी में बिठाकर रात साढ़े आठ बजे सुरपुरा बांध ले गए, जहां उसे गाड़ी से बाहर बुलाया। इतने में काली एसयूवी में सात-आठ और युवक आए। वे उससे धक्का-मुक्की करने लगे। व्यवसायी ने कारण पूछा तो पवन ने कहा कि यदि उसे काम करना है तो प्रोटेक्शन मनी देनी होगी। वरना वो उसे जान से मार देंगे। इसके बाद युवकों ने उसका जैकेट उतारा और लाठियों से मारपीट शुरू कर दी। वह मदद के लिए चिल्लाया, लेकिन वहां कोई नहीं था।
आरोप है कि पवन ने पचास लाख रुपए देने पर ही छोडऩे की धमकी दी। फिर वो आठ लाख रुपए पर आ गए। बीस मिनट में रुपए न देने पर जान से मारने को डराया-धमकाया। इससे घबराए व्यवसायी ने मित्र से आठ लाख रुपए मंगाए और उन्हें सौंप दिए।
फिर वसूली के बारे में किसी को बताने पर परिवार को मारने की धमकी देकर दोनों को सैलून की दुकान पर छोड़ दिया गया। आरोप है कि पवन ने पहले भी उससे तीन लाख रुपए मांगे थे, लेकिन उसने इनकार कर दिया था। थानाधिकारी सीताराम खोजा का कहना है कि अपहरण व फिरौती वसूलने का मामला दर्ज किया गया है। जांच की जा रही है। आरोपी पकड़े नहीं गए हैं।
लॉरेंस के गुर्गों को शरण देने का है आरोप
पुलिस का कहना है कि पवन मण्डोर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह लॉरेंस के गुर्गों को शरण देने के आरोप में पकड़ा गया था। वहीं, अवैध वसूली के आरोप में भी गिरफ्तार हो चुका है।
Source: Jodhpur