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-दिलीप दवे
बाड़मेर. सरकार ने पिछले बजट में विद्यालय क्रमोन्नति की घोषणा की थी जो इस बार बजट की घोषणा होने के बाद पूरी हुई है। सरकार ने 24 फरवरी को आदेश जारी कर प्रदेश के 65 उच्च प्राथमिक विद्यालयों को क्रमोन्नत करते हुए माध्यमिक बनाया है। आदेश मेंखास बात यह है कि इसी सत्र से नवीं-दसवीं की कक्षाएं एक साथ शुरू करने के निर्देश है। सवाल यह है कि बीच सत्र विद्यार्थी आएंगे कहां से और पढ़ाई कैसे शुरू होगी।

पिछले साल बजट के दौरान प्रदेश सरकार ने विद्यालय क्रमोन्नति की घोषणा तो की थी, लेकिन क्रियान्विति नहीं हो पाई। स्थिति यह हो गई की नया बजट भी घोषित हो गया, लेकिन अभी विधानसभा में उस पर बहस चल ही है। एेसे में पिछले घोषणा नए बजट से पहले निष्क्रिय न हो जाए, इसको लेकर सरकार ने आनन-फानन में प्रदेश के 65 विद्यालयों को क्रमोन्नत करने के आदेश जारी कर दिए। इस आदेश में यह लिख दिया कि आदेश के अनुसार इसी सत्र से विद्यालय में कक्षा नवीं व दसवीं की पढ़ाई शुरू होनी है, लेकिन समस्या यह है कि जब अब सत्र समाप्ति की ओर है तो विद्यार्थी कहां से आएंगे। एेसे में यह आदेश मात्र बजट घोषणा की पालना मात्र साबित हो रहा है।
शिक्षकों का हाथोंहाथ समायोजन- आदेश के अनुसार वर्तमान में राउप्रावि में कार्यरत प्रधानाध्यापक व वरिष्ठ अध्यापक जो कार्यरत है, उनको उसी विद्यालय में नव स्वीकृत वरिष्ठ शिक्षक के पदों के विरुद्ध समायोजित किया जाएगा। वहीं शारीरिक शिक्षक भी वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक के पद पर समायोजित होगा। तृतीय श्रेणी शिक्षकों को जो 3बी के तहत है, वर्तमान में उसी क्रमोन्नत विद्यालय में रखा जाएगा, जब तक की नए अध्यापक नहीं आ आते। 6डी के तहत कार्यरत तृतीय श्रेणी शिक्षक उसी विद्यालय में समायोजित हो जाएंगे।

जिले में क्रमोन्नत विद्यालय की सूची
राउप्रावि ओकातिया बेरा, भीलों की ढाणी सांभरा, रोहि का सरा दुर्गपुरा (पाटोदी), घड़ोई चारणान, गोदावास (कल्याणपुर), राउप्रावि कन्या नगर (गुड़ामालानी), गोलियार (चौहटन), फूसोणियों का तला 22 मील, जाखड़ों की ढाणी (बाड़मेर), पादरड़ी कल्ला (सिवाना), गंवाई नाडी नया सोमेसरा, चौखला गांव (बायतु)।

विद्यालय क्रमोन्नत हुए- विद्यालय क्रमोन्नत होने से यहां पदों की स्वीकृति इसी सत्र में हो जाएगी। इसका फायदा नए सत्र में मिलेगा।- शेरसिंह भूरटिया, शिक्षक नेता
बीच सत्र कक्षाएं शुरू करना मुश्किल- बीच सत्र में कक्षाएं शुरू करना मुश्किल होगा। क्योंकि दसवीं बोर्ड की तो कुछ दिन बाद परीक्षाएं ही हैं। नवीं की परीक्षाएं भी जल्द हो जाएगी, एेसे में परीक्षा के बाद ही इन विद्यालयों में नई कक्षाएं शुरू हो पाएगी।- नीम्बाराम, शिक्षाविद

Source: Barmer News

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