बाड़मेर. सरकारी विद्यालयों के प्रति सीमावर्ती बाड़मेर जिले में विश्वास और भरोसा बढऩे का एक और उदाहरण सामने आया है। यहां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नांद के 20 पूर्व छात्र रहे कर्मचारियों ने अपने एक-एक माह का वेतन विद्यालय के विकास के लिए देने की घोषणा वार्षिक उत्सव में उपस्थित रहकर की तो गांव के लोगों ने एक ही दिन में करीब 40 लाख रुपए स्कूल के लिए जुटाने की अनुपम मिसाल बना दी।
विद्यालय के वार्षिक उत्सव में विद्यालय के मुख्य द्वार, पानी की प्याऊ, सरस्वती मंदिर, सीसीटीवी कैमरे, विद्यालय के लिए फर्नीचर, पंखे, माइक और अन्य जरूरतों के सामान के लिए करीब 40 लाख रुपए की मदद पहुंच गई।
भाला फैंक में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित छात्रा रेंवती को ग्रामीणों ने 40 हजार और छात्रा निरमा को 8 हजार प्रोत्साहन राशि देकर विद्यार्थियों की भी हौंसला अफजाई की।
विश्वास बढ़ रहा है
विद्यालय विकास के लिए तय किया गया कि भामाशाहों को प्रेरित करेंगे। जो पूर्व छात्र रहे हैं उनके मन में विद्यालय विकास की भावना थी और जैसे ही वे आगे आए ग्रामीणों ने भी उत्साह दिखाया। अब सरकारी विद्यालयों के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ रहा है।
जैसाराम सियोल, वरिष्ठ शारीरिक शिक्षक
दानदाता को किया सम्मानित
राउमावि नांद में वार्षिकोत्सव दानदाता सम्मान समारोह छात्रसंघ पूर्व अध्यक्ष नेमी चौधरी, आरपी चन्द्रवीरसिंह राव, पूर्व सरपंच लक्ष्मणसिंह बेरड़, भेराराम आर भाखर, नारणाराम बेरड़, मोटाराम बाना के आतिथ्य में हुआ। प्रधानाचार्य खाजूखान पिनारा ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान दानदाताओं का विद्यालय विकास को लेकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विद्यालय मुख्यद्वार सरदाराणी बेरड़ परिवार, प्याऊ निर्माण रेखाराम बेरड़, सरस्वती मंदिर बनाने वाले तुलसाराम सारण, जैसाराम सियोल, हरूराम लेघा व अन्य को फर्नीचर, 16 सीसी कैमरे, इन्वर्टर, 11 अलमारी, 20 पंखें, हैंडपंप, माइकसैट भेंट करने वालों और घोषणा करने पर सम्मानित किया।
अतिथियों ने शिक्षा की महत्ता बताई तो ग्रामीणों से नशावृत्ति त्यागने की अपील की। कार्यक्रम में पूर्व सरपंच लक्ष्मणसिंह, नारणाराम बेरड़ ने भी विचार व्यक्त किए। समारोह में हरूराम लेघा, धर्माराम ईशराम, लिखमाराम जांणी, बाबूसिंह, करनाराम बेरड़, खेताराम उपस्थित रहे।
Source: Barmer News