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अविनाश केवलिया/जोधपुर. चाहे कांग्रेस हो या भाजपा दावे सभी के युवाओं को मौका देने के होते हैं। निकाय चुनाव में युवा दावेदार भी काफी आते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि जितने प्रत्याशी मैदान में उतारे जाते हैं उनके 10 प्रतिशत भी मौका युवाओं को नहीं दिया जाता। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है पिछले नगर निगम बोर्ड की औसत आयु ही 48 रही।

25 से कम उम्र के महज दो पार्षद
निकाय बोर्ड की स्थिति यह है कि पिछले बोर्ड में 25 से कम उम्र के महज दो ही पार्षद चुन कर सदन तक पहुंचे। 25 से 35 वर्ष के बीच 8 पार्षद। 35 से 50 वर्ष की उम्र के 26 और 50 से 60 वर्ष की उम्र के 20 पार्षद थे। 60 वर्ष से अधिक उम्र के 9 पार्षद चुने गए थे। इस स्थिति में आदर्श सीकर नगर परिषद रही। इसमें 25 से कम उम्र के 6 पार्षद चुने गए।

फैक्ट फाइल
– 65 कुल वार्ड।
– 48 औसत आयु पार्षदों की रही।
– 73 वर्ष की अधिक आयु के पार्षद रहे।
– 22 वर्ष की आयु के दो पार्षद पिछले बार सबसे युवा थे।

महिलाओं की औसत भी ज्यादा
पिछले नगर निगम जोधपुर के बोर्ड में महिलाओं की औसत आयु भी ज्यादा रही। 23 महिलाएं चुन कर पार्षद बनी। इनकी औसत आयु 45 वर्ष रही। न्यूततम आयु की महिला पार्षद की उम्र 22 वर्ष थी। अधिकतम 63 वर्ष की आयु की महिला पार्षद थी।

दावे इस बार भी युवाओं को मौका देने के
इस बार भी अब तक टिकट वितरण ये पहले कांग्रेस व भाजपा दोनों पार्टियां दावे कर रही है कि युवाओं को मौका दिया जाएगा। अब तक सार्वजनिक रूप से दावेदारियां भी जो सामने आ रही वह भी अधिकांश युवाओं की है। महापौर पद के लिए महिला आरक्षण होने के कारण ज्यादा मौका युवा महिलाओं को मिलने की भी उम्मीद है।

Source: Jodhpur

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