बाड़मेर. जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित राजकीय चिकित्सालय में मॉनिटरिंग के अभाव में मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां प्लास्टर रूम में बिजली के बोर्ड खराब होने के कारण कार्मिकों के लिए प्लास्टर काटना मुश्किल हो रहा है।
लगभग एक माह से बिजली के बोर्ड खराब होने के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी जिम्मेदार रहे हैं। प्लास्टर रूम में लगे बोर्ड का विद्युत कनेक्शन खराब होने के कारण यहां प्लास्टर कटवाने के लिए आने वालों को परेशानी होती है। पानी में भिगो कर मरीजों का प्लास्टर निकाला जा रहा है। बिना विद्युत के प्लास्टर काटने की मशीन काम नहीं करती।
छोटा सा काम
प्लास्टर रूम में लगे विद्युत बोर्ड को दुरस्त करवाने के लिए कुछ ही घंटे लगेंगे। लेकिन प्रबंधन की उदासीनता के चलते मामूली काम में भी लगभग एक माह बीत गया। इसके बाद भी बोर्ड को सही नहीं करवाया जा रहा।
ठेकेदार की लापरवाही
अस्पताल की बिल्डिंग का काम करने के बाद उसकी देखरेख का जिम्मा ठेकेदार का है। ठेकेदार को कई बार अवगत करवाने के बाद भी इसको गंभीरता से नहीं लिया गया। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
ठेकेदार को सूचित किया है
प्लास्टर रूम के विद्युत बोर्ड को दुरस्त करने के लिए ठेकेदार को सूचित किया है। जल्द ठीक नहीं होने पर सम्बधित ठेकेदार के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।- बीएल मंसुरिया, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, राजकीय चिकित्सालय, बाड़मेर
Source: Barmer News