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बाड़मेर. लॉकडाउन का असर धीरे-धीरे शहर में बेअसर होता नजर आ रहा है। क्योंकि शाम होते ही लोग घरों के बाहर बैठ जाते हैं, जिसके बाद धारा 144 नजर आती है और न ही कोरोना की चेतावनी। पिछले कुछ दिनों से शहर में ऐसा ही चल रहा है, लेकिन प्रशासन व पुलिस की नजर शायद शहर के गली-मोहल्लों तक नहीं पड़ रही है।

बाड़मेर में सुबह से दोपहर तक तो लॉकडाउन का असर है, लेकिन शाम होते ही यह हर गली और मोहल्ले में टूटता दिखता है। पत्रिका टीम ने विभिन्न इलाकों में गई तो ऐसा ही दिखा। शहर के लूणू रोड, पनघट रोड, गडरा चौराहा क्षेत्र, राय कॉलोनी, बेरियों का वास, इन्द्रा नगर सहित अधिकांश इलाकों में लोग शाम को घरों से बाहर गप्पे मारते नजर आते हैं।

पुलिस की सख्ती न प्रशासन का पहरा-

शहर में हर शाम लॉकडाउन टूटने के बावजूद पिछले तीन-चार दिन से कहीं भी पुलिस की सख्ती या प्रशासन का पहरा नजर नहीं आया। पुलिस के जवान मुख्य चौराहों पर तो खड़े हैं, लेकिन गलियों में झांक कर भी नहीं देखते। यहीं हाल प्रशासन का भी है।

कहां की पुलिस की मोटरसाइकिलें पुलिस ने मोटरसाइकिल रैली निकाली और दावा किया कि अब गलियों पर नजर रखेगी, जिससे कि लॉकडाउन ना टूटे, लेकिन यह दावा खोखला नजर आ रहा है। क्योंकि लॉक डाउन के बाद गली-मोहल्लों में पुलिस नजर आ रही है ना ही मोटरसाइकिलों पर गश्त दिख रही है।

चंद दूरी पर पुलिस तैनात-

शहर में जहां लॉकडाउन के नियम टूट रहे हैं, वहां से चंद फासले पर पुलिस तैनात है। राय कॉलोनी पांच बत्ती चौराहे पर पुलिस तैनात है जबकि विश्वकर्मा सर्किल, बेरियों का वास, कृष्णा नगर, सरदारपुरा आदि में लोग नियम तोड़ रहे हैं। तनसिंह सर्किल पर पुलिस खड़ी रहती है और पनघट रोड, लीलडिय़ा धोरों इलाके में लोग घरों से बाहर बैठे नजर आते हैं।

Source: Barmer News

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