जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट में कार्यरत एक रीडर के कोविड-19 पॉजीटिव आने के बाद से न्यायिक क्षेत्र में शुक्रवार को हड़कंप मच गया है। संक्रमण के अंदेशे के म²ेनजर नगर निगम की दमकलों ने हाईकोर्ट परिसर को सेनेटाइज किया। चिकित्सा विभाग के दस्ते ने मरीज के करीबी संपर्क में रहने वालों के साथ एक न्यायाधीश और उनके परिजनों के सेम्पल भी लिए। इधर, हाईकोर्ट प्रशासन से जुड़े आला अफसर देर रात तक हालात की समीक्षा करते हुए संभावित कदम उठाने पर मंथन करते रहे।
हाईकोर्ट में रोशनल आधार पर कार्मिकों की ड्यूटी लगाई जा रही है। पॉजीटिव पाए गए रीडर ने 21 अप्रैल को अंतिम ड्यूटी दी थी। उस दिन रीडर ने फाइलें व्यवस्थित करने का काम किया। अगले दिन कोविड-19 से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए गठित खंडपीठ में उसकी ड्यूटी नहीं थी, लेकिन उस दिन कोर्ट कार्यवाही में उपस्थित रहे लोगों को चिह्नित किया गया है। साथ ही विभिन्न अनुभागों के कार्मिकों को भी चिह्नित किया गया है, जो 21 अप्रैल को मरीज के संपर्क में आए थे।
इन सभी की टेस्टिंग करवाई जा रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बलवंत मंडा के अनुसार चिकित्सा विभाग ने साचवेती बरते हुए जिन न्यायाधीश की कोर्ट में रीडर की तैनाती थी, उनका व परिजनों का सेम्पल ले लिया है। हालांकि, खंडपीठ में एक अन्य न्यायाधीश भी कुछ देर के लिए उनके साथ बैठे थे। उन्होंने कहा कि सेम्पल की जांच के बाद तय होगा कि किनको क्वॉरेंटाइन करने की जरूरत है। सभी करीबी संपर्कों को आइसोलेशन में रहने को कहा गया है।
हाइकोर्ट परिसर को किया विसंक्रमित
राजस्थान हाईकोर्ट मुख्य पीठ के एक कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद नगर निगम की ओर से झालामंड स्थित परिसर को विसंक्रमित करने के लिए सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया गया। नगर निगम आयुक्त सुरेश कुमार ओला ने बताया कि जिला प्रशासन के माध्यम से सूचना मिली कि राजस्थान हाईकोर्ट के एक कर्मचारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिस पर नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी संजय शर्मा को झालामंड स्थित राजस्थान हाईकोर्ट की बिल्डिंग को विसंक्रमित करने के निर्देश दिए गए। तीन दमकल के साथ हाईकोर्ट बिल्डिंग पहुंचे और अग्निशमन वाहन के माध्यम से सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव किया। परिसर के भीतर मैनुअल तरीके से छिड़काव किया गया।
Source: Jodhpur