अभिषेक बिस्सा/जोधपुर. कोरोना के बीच गर्मी के बढ़ते पारे ने भी चिंता बढ़ा दी है। अस्पतालों में अब लू तापघात मरीजों के उपचार को लेकर विशेष इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय ने अस्पतालों में लू तापघात रोगियों को समुचित उपचार देने के निर्देश प्रदान कर दिए है।
महात्मा गांधी अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड 2 में हिट स्ट्रॉक वार्ड बना दिया गया है। यहां तापघात मरीजों के लिए कूलर व एसी की व्यवस्था रहेगी। एमजीएच अधीक्षक डॉ. महेश भाटी ने बताया कि इसके लिए आदेश निकाल दिए है। इसी तरह एमडीएम अस्पताल में एक हरेक यूनिट में कूलर व एसी के नजदीक वाले बैड आरक्षित कर दिए है। बर्फ की समुचित सप्लाई वार्डों में रखी जाएगी।
जान लीजिए ये लू तापघात के लक्षण
शरीर में लवण व पानी अपर्याप्त होने पर विषम गर्म वातावरण में लू व तापघात होता है। इसके लक्षण सिर का भारीपन व सिरदर्द, अधिक प्यास लगना, शरीर में भारीपन के साथ थकावट, जी मिचलाना, सिर चकराना, शरीर में तापमान बढऩा, शरीर का तापमान बढ़ जाना, पसीना आना बंद होना, मुंह का लाल हो जाना, त्वचा का सूखना हो जाना, बेहोशी आना आदि है। समुचित इलाज के अभाव में रोगी की मौत तक संभव है। इसमें कुपोषित बच्चे, वृद्ध, गर्भवती महिलाएं आदि शीघ्र प्रभावित हो सकते है। इन दिनों वैसे ही लॉकडाउन है। कोरोना के कारण लोग कम बाहर निकल रहे है। यदि गर्मी में बाहर निकले तो ताजा भोजन और ठंडा भोजन लेकर बाहर निकले। गर्मी में ज्यादा न घूमे।
Source: Jodhpur