जोधपुर. राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद् में क्रिकेट के प्रशिक्षक व पूर्व क्रिकेटर नरेन्द्रसिंह पंवार ने मंगलवार को जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पुराने परिसर में पुराने हॉकी ग्राउंड के पास जिम्नास्टिक हॉल में फंदा लगा लिया। आत्महत्या का कारण पता नहीं लगा है, लेकिन उदयमंदिर थाने में देर रात वरिष्ठ क्रिकेटर व क्लब कोच के खिलाफ आत्महत्या को दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज कराया गया।
थानाधिकारी प्रदीप शर्मा के अनुसार रातानाडा सुभाष चौक निवासी नरेन्द्रसिंह (32) पुत्र जीवनसिंह पंवार दोपहर १२ बजे घर से निकला था। करीब एक-डेढ़ घंटे तक घर न लौटने पर मां ने नरेन्द्र के मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। चिंतित व आशंकित मां ने पुत्र के दोस्तों व प्रशिक्षुओं को फोन कर तलाशने का आग्रह किया। दोस्त व प्रशिक्षु खिलाड़ी तलाश करते हुए ओल्ड कैम्पस पहुंचे तो वहां पंवार की मोटरसाइकिल खड़ी दिखी। लेकिन पंवार नजर नहीं आए।
इसी दौरान पुराने हॉकी ग्राउंड के पास जिम्नास्टिक के पुराने हॉल में पंवार गमछे के फंदे से लटका नजर आए। दोस्त तुरंत फंदे से उतार कर एमडीएम अस्पाताल ले गए। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव मोर्चरी में रखवाया है।
प्रताडि़त होने की आशंका
मृतक के भाई संदीपसिंह ने रात को शहर के वरिष्ठ क्रिकेटर व कोच कपिल और क्लब को प्रशिक्षण देने वाले प्रदुत्य सिंह के खिलाफ लिखित शिकायत दी। पुलिस ने दोनों के खिलाफ नरेन्द्रसिंह को आत्महतया के लिए दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज किया। आरोप है कि क्रिकेट में एक-दूसरे से आगे बढऩे और प्रतिस्पर्धा व खुद का वर्चस्व बनाए रखने के लिए दोनों क्रिकेट कोच पिछले दो-तीन माह से नरेन्द्र को प्रताडि़त कर रहे थे। क्रिकेटरों के चयन को लेकर उसके बारे में भ्रामक प्रचार कर भडक़ाया गया था। इससे वह काफी आहत था। थानाधिकारी शर्मा का कहना है कि पंवार किसी से रुपए भी मांग रहा था, जो उसे लौटा नहीं रहा था। जांच के बाद ही आत्महत्या का स्पष्ट कारण पता लग सकेगा।
अंडर-16 व 19 में राजस्थान का प्रतिनिधित्व
जेएनवीयू क्रिकेट टीम के कप्तान रहे पंवार राजस्थान की टीम से अंडर-१९ और अंडर-१६ में खेल चुके थे। वे क्रीड़ा परिषद् में तीन साल से संविदा पर क्रिकेट प्रशिक्षक लगे थे और लॉकडाउन से पहले तक बरकतुल्लाह खां स्टेडियम में कोचिंग दे रहे थे। उनकी आत्महत्या से जोधपुर के क्रिकेट प्रेमी व खेत जगत में शोक की लहर छा गई।
Source: Jodhpur