Posted on

जोधपुर।
कोरोना वायरस व भारत-चीन के बीच बढ़ रहे तनाव को देखते हुए सरकार चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर सख्ती कर सकती है। इस संबंध में केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने देश के उद्योग जगत से चीन से आयात होने वाले सभी सामानों की सूची सौंपने के लिए कहा है। इनमें औद्योगिक संगठनों से लेकर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ हैण्डीक्राफ्ट शामिल है। डिपार्टमेंट फ ोर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटर्नल ट्रेड (डीपीआइआइटी) ने उद्योग जगत को आयातित चीनी सामान की सूची सौंपने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। सूची आने के बाद गैर जरुरी आयटम पर तत्काल रूप से रोक लगाने की कवायद की जाएगी। चीन से आने वाली गैर जरुरी चीजों पर रोक लगाने की व्यवस्था के बाद सरकार चीन से आने वाली जरूरी चीजों पर ध्यान देगी।

जोधपुर के हैण्डीक्राफ्ट एक्सपोर्टर्स को हो सकता है फायदा
चीन से आयातित वस्तुओं पर रोक से देश के हैण्डीक्राफ्ट उद्योग को फायदा हो सकता है। लकड़ी के फर्नीचर व हैण्डीक्राफ्ट निर्यात क्षेत्र में जोधपुर का देश में पहला स्थान है। यहां से सालाना करीब 3 हजार करोड़ रुपयों का हैण्डीक्राफ्ट फर्नीचर निर्यात किया जाता है। करीब 1500 करोड़ रुपयों का घरेलू बाजार में व्यापार होता है। अगर चीन से आयात पर रोक लग जाती है तो घरेलू बाजार में भारतीय उत्पादों की खपत तीन गुना तक बढ़ सकती है।

सरकार देश में विकसित करेगी मैन्यूफेक्चरिंग सुविधा
आयातित चीनी आइटम के वैकल्पिक उत्पाद देश में उपलब्ध होने की स्थिति में स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए सरकार चीन से आने वाली सभी जरुरी चीजों के देश में उत्पादन के लिए मैन्यूफैक्चरिंग सुविधा भी विकसित करने का काम करेगी। जो चीन की तरह ही सस्ते, उपयोगी व अच्छी क्वालिटी वाले हो।

फेक्ट फाइल
– 250 अरब डॉलर का फर्नीचर का विश्व बाजार
– 184.50 करोड़ डॉलर है भारत का सालाना फर्नीचर आयात
– 105.10 करोड़ डॉलर चीन की हिस्सेदारी
– 1.07 अरब डॉलर वैश्विक फर्नीचर कारोबार में भारत की हिस्सेदारी

चीन से आयात होने वाली प्रमुख वस्तुएं
भारत चीन से फ र्नीचर, फ र्नीशिंग, मोबाइल फ ोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, गिफ्ट आयटम्स, स्टेशनरी, हेल्थ एवं ब्यूटी उत्पाद, मेडिकल सप्लायज व दवा का कच्चा माल, पैकेजिंग प्रोडक्ट्स, खेलकूद के सामान, फ ोटोग्राफ ी व ऑप्टिकल्स आइटम, टेक्सटाइल्स आइटम, प्लास्टिक उत्पाद, सर्जीकल उपकरण व विभिन्न प्रकार की मशीनरी का आयात करता है।

सरकार ने हाल ही में चीन से भारत आयात होने वाले फ र्नीचर पर 25 प्रतिशत तक इम्पोर्ट डयूटी बढा चुकी है । अगर चीन से आने वाले फ र्नीचर पर पूर्ण रूप से रोक लग जाए तो जोधपुर का फ र्नीचर उद्योग कुछ ही समय में 5 हजार करोड़ के डोमेस्टिक वोल्यूम को छू सकता है ।
डॉ भरत दिनेश,अध्यक्ष
जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन

Source: Jodhpur

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *