जोधपुर. जिले में शनिवार को हुई बारिश खुले मैदानों में स्वच्छंद विचरण करने वाले चिंकारे, काले हरिणों के लिए जानलेवा साबित हुई। बारिश के बाद नम भूमि पर दौडऩे में असमर्थ 25 चिंकारे व ब्लेक बग कुत्तों के नोंचने से गंभीर घायल हुए। जिनमें 12 से अधिक चिंकारों और काले हरिणों की मौत हो गई। घायल वन्यजीवों को देर शाम तक जोधपुर के वन्यजीव चिकित्सालय लाने का क्रम जारी रहा। घायलों की लगातार बढ़ती संख्या के कारण वनविभाग वन्यजीव मंडल के एकमात्र खटारा रेस्क्यू वाहन में घायल वन्यजीवों को एक दूसरे पर लादकर लाना पड़ा। वन्यजीव चिकित्सालय में स्थाई चिकित्सक न होने से वन्यजीवों के मौत का ग्राफ आगामी दिनों में और भी बढ़ सकता है।
देर रात तक बढ़ता रहा घायलों की संख्या का ग्राफ
जिले के लूणी, भोपालगढ़ व फींच क्षेत्र में एक ही दिन में सर्वाधिक 15 चिंकारे घायल हुए जिनमें ७ की मौत हो गई। इसी तरह मंडोर, डांगियावास, कुकुण्डा, सालावास, बड़लिया, खडाला, रोहिला, जालेली फौजदार, रोहिचा फांटा, नाइयों की ढाणी, रोहिचा कला, नंदवान, मोकलावास, गोलियां मगरा, रोहिला खुर्द, हीरा नाडी फींच में घायल चिंकारों में पांच की मौत हो गई। तिलवासनी और धवा में दो ब्लेक बक की मौत हो गई। भोपालगढ़ में घायल पांच चिंकारों दो की मौत हो गई। देर रात तक लगातार वन्यजीवों घायल होने की सूचना वन विभाग के रेस्क्यू टीम को मिलती रही लेकिन वाहन और स्टाफ की कमी के कारण टीम समय पर नहीं पहुंच सकी।
Source: Jodhpur