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बेलवा (जोधपुर) क्षेत्र के डेरिया गांव में चिकित्सा विभाग की लापरवाही सामने आई है, जहां पर एक युवक का बिना कोरोना टेस्ट किए उसे पॉजिटिव बता दिया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चामू की मेडिकल टीम ने एक अगस्त को डेरिया गांव में कोरोना जांच के लिए 60-70 सैम्पल लिए थे। जिसकी रिपोर्ट 2 अगस्त शाम को आई जिसमें एक युवक को कोरोना पॉजिटिव बताया गया जबकि उसकी सैम्पलिंग भी नहीं हुई थी।

बताया जाता है कि भोमसिंह ने 31 जुलाई को कोरोना सैंपलिंग के लिए आवेदन किया था लेकिन 1 अगस्त को वह सैम्पलिंग करवाने नहीं गया। ऐसे में बिना सैम्पलिंग के पॉजिटिव रिपोर्ट आने से चिकित्सा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।

सैंपल लेने के लिए सीएचसी चामू से लैब टेक्निशियन व लेब असिस्टेंट की टीम आई थी। हालांकि पोल खुलते देख चिकित्सा अधिकारियों ने भूल सुधार की बात कही है।

दूसरे व्यक्ति का सैम्पल

भोमसिंह की जगह बस्तवा सुंडा गांव के एक व्यक्ति का सैम्पल ले लिया गया। हालांकि उस सैम्पल की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मामले का खुलासा हो गया। बस्तवा सुंडा में एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन ने इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए पॉजिटिव व्यक्ति को होम आइसोलेशन में रहने के निर्देश दिए हैं।

इनका कहना है

डेरिया गांव में कोरोना सैम्पलिंग के लिए टीम भेजी थी, सैम्पलिंग में एक व्यक्ति के नहीं आने से दूसरे व्यक्ति का सैम्पल करवा दिया था, संयोगवश उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। हमने एसडीएम बालेसर व अन्य विभागीय अधिकारियों को अवगत करवा दिया है।
-डॉ सतीश चौधरी, चिकित्सक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चामू।

बस्तवा गांव का युवक पॉजिटिव

डेरिया गांव के युवक की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के मामले की जानकारी मिली है। मैंने चिकित्सा विभाग से भी वार्ता की है इसमें बस्तवा सुंडा का एक व्यक्ति जो कि वास्तविक पॉजिटिव केस है। उसे होम आइसोलेशन पर रखने के निर्देश दिए हैं। जिस युवक को पॉजिटिव बताया गया है उसकी सैंपलिंग करवाई जाएगी।
-कंचन राठौड़, उपखंड अधिकारी, बालेसर

Source: Jodhpur

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