जोधपुर/खींवसर. खींवसर की एक विवाहिता ने गुरुवार को घर के कमरे में छत के हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की करीब आठ माह पूर्व शादी हुई थी। वह चार माह की गर्भवती थी। मृतका के भाई ने ससुराल पक्ष के आधा दर्जन लोगों के खिलाफ दहेज के लिए प्रताडि़त कर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला खींवसर पुलिस थाने में दर्ज करवाया है। पुलिस शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
पुलिस के अनुसार खींवसर निवासी दिनेश आचार्य पुत्र मदनलाल ने पुलिस में दर्ज करवाई रिपोर्ट में बताया कि उसकी बहन किरण की शादी गत 29 जनवरी को जोधपुर के रोहित पुत्र सीताराम आचार्य के साथ हुई थी। शादी के कुछ समय के बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज की मांग को लेकर उससे मारपीट शुरू कर दी। गत 11 अगस्त को ससुराल पक्ष के लोगों ने किरण का स्त्रीधन हड़पकर उसे घरबदर कर दिया। वह पीहर में रह रही थी। प्रताडऩा से परेशान किरण ने गुरुवार को घर के ऊपर बने कमरे में गले में साड़ी का फंदा डालकर छत के हुक से लटक कर आत्महत्या कर ली। दिनेश रिपोर्ट में बताया कि किरण को शादी के बाद से दहेज की मांग को लेकर ससुर सीताराम, सास रेखा, जेठ गिरीश, काकी सुसर राजू , काकी सास सरला, दादी सासुर बीरम प्रताडि़त कर रहे थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
बताने से परहेज करती रही पुलिस
पीडि़ता के पास से मिले सुसाइड नोट में पीडि़ता ने आत्महत्या का कारण ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा दहेज के लिए प्रताडि़त करना बताया। लेकिन पुलिस सुसाइड नोट की बात छिपाते हुए मामले को बताने से परहेज करती रही। थाने के पुलिस अधिकारी मामले की जानकारी नहीं होने की बात कहकर एक से दूसरे अधिकारी पर टालते रहे।
Source: Jodhpur