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बाड़मेर. कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों की अब एचआरसीटी जांच की जाएगी। जिससे समय रहते उनकी कोरोना की गंभीरता का पता चल सके और समय रहते उपचार करते हुए जीवन बचाया जा सके। कोरोना के कारण बढ़ती मौतों के बाद सरकार ने अब कोविड के संदिग्ध मरीजों के लिए एचआरसीटी जांच की भी शुरू की है। कोरोना मरीजों की मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है।
प्रदेश के प्रत्येक जिले में मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। कोरोना का फेंफड़ों को प्रभावित करने के मामले अधिक सामने आए हैं। फेंफड़ों में संक्रमण का पता बाद में पता चलने तक मरीज काफी गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है। ऐसे में यह संक्रमण मौत का बड़ा कारण सामने आ रहा है। इसके चलते अब फेंफड़ों में कोविड का संक्रमण या अन्य कोई अंग प्रभावित हो रहा है तो एचआरसीटी जांच में पता चल जाएगा।
पीसीआर से एडवांस एचआरसीटी जांच
विशेषज्ञों का कहना है वर्तमान में अधिकांश मरीजों की जांच पीसीआर से हो रही है। इससे से भी सटीक जांच एचआरसीटी होगी। जिसमें अगर पीसीआर में भी किसी कारण से मरीज की जांच में कुछ गड़बड़ रह भी गई है तो एचआरसीटी जांच में वह भी क्लीयर हो जाएग। ऐसे में यह एडवांस लेवल की जांच है। इस जांच कोविड की गंभीरता का पता चल सकेगा। गांवों में संदिग्ध मरीजों पर ध्यान देने की जरूरतजिला मुख्यालय पर एचआरसीटी जांच की सुविधा उपलब्ध है। लेकिन गांवों में यह सुविधा नहीं होने के कारण कोरोना के संदिग्ध को यह सुविधा नहीं मिल पाती है। इसलिए गांव से रैफर होकर जिला मुख्यालय जांच के लिए आने वाले संदिग्ध कोरोना मरीजों को एंबुलेंस के साथ जांच की सुविधा निशुल्क उपलब्ध होगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव ने प्रदेश के समस्त जिला कलक्टर को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।

Source: Barmer News

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