जोधपुर।
भारत सहित विश्व के अधिकांश देश पिछले करीब 7 माह से कोरोना महामारी से जूंझ रहे है। कोरोना ने जोधपुर के विश्वविख्यात हैण्डीक्राफ्ट निर्यात उद्योग की कमर तोड़ दी है। आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैण्डीक्राफ्ट निर्यातकों को अब 4 नवम्बर से होने वाले इंटरनेशनल हैण्डीक्राफ्ट फेयर से अच्छे ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। फेयर का आयोजन एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फोर हैण्डीक्राफ्ट (इपीसीएच) की ओर से किया जाता है। कोरोना महामारी में प्रभावी नियंत्रण नहीं होने की स्थिति में इस फेयर को अक्टूबर की जगह नवम्बर में ऑनलाइन वर्चुअल प्लेटफ ॉर्म पर ही आयोजित कराया जाएगा।
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जुलाई फेयर भी वर्चुअल हुआ था
इपीसीएच ने जुलाई में हैण्डीक्राफ्ट का मेगा वर्चुअल फेयर आयोजित किया था । जो देश का पहला इंटरनेशनल वर्चुअल हैण्डीक्राफ्ट फेयर था। अब हैण्डीक्राफ्ट का दूसरा फेयर भी वर्चुअल होगा, जिसमें देशभर से 1400 व जोधपुर से 200 से अधिक निर्यातक भाग लेंगे।
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विदेशी मुद्रा राजस्व व लाखों लोगों का रोजगार भी प्रभावित
हैण्डीक्राफ्ट निर्यात उद्योग सरकार को विदेशी मुद्रा के रूप में करोड़ों रुपयों की आय कराता है। वहीं इस उद्योग से प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से करीब 2 लाख लोग जुड़े हुए है, लेकिन कोरोना की वजह से सरकार को राजस्व व लाखों लोगों का रोजगार भी प्रभावित हो रहा है।
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वर्तमान कोरोना परिस्थितियों को देखते हुए नवम्बर में वर्चुअल फेयर कराया जाएगा। स्थितियां जल्द सुधरे, तो नए साल मार्च में होने वाला फेयर फिजीकल कराने पूरा प्रयास करेंगे।
राकेशकुमार, महानिदेशक इपीसीएच
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आज की स्थिति को देखते हुए केवल एकमात्र जरिया वर्चुअल फेयर ही है। हालात जल्द सही तो ताकि फिजीकल फेयर हो सके और निर्यातकों को ऑर्डर मिले।
डॉ भरत दिनेश, अध्यक्ष
जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन
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Source: Jodhpur