बाड़मेर पत्रिका.
करवा चौथ को इनकी आंखों में आंसू बरबस निकल आते है। यादों की बारात में तलाशती है अपने चांद को। वो चांद जो इनसे दूर चला गया और कहीं गुम हो गया। पहले खुद तलाशा, अता-पता किया और फिर पुलिस तक बता दिया। पुलिस के पास जाने के बाद भरोसा था कि कहीं से भी हों पुलिस के हाथ लंबे होते है उनके चांद को ले आएगी लेकिन पुलिस ने भी निराश ही किया। करीब 50 से अधिक महिलाएं करवा चौथ पर इंतजार में है कि कभी न कभी तो उनका चांद भी लौट आएगा।
जिले के गुमशुदा लोगों की फेहरिस्त पर एक नजर डालें तो 60 के करीब पुरुष गुम हुए है। 2019 तक यह आंकड़ा 50 था जो इस साल 60 पहुंचा है। कुल गुमशुदा 114 में से ये 60 शादीशुदा है। किसी अनबन या गुस्से में घर से निकले और फिर लौटकर आए ही नहीं। पुलिस के पास इनकी तलाश का जिम्मा है लेकिन पुलिस का एक ही जवाब है कि कोई पता नहीं लगा। सुहागिनें पुलिस से यही मिन्नत करती रही है कि जैसे तैसे हों उनके सुहाग को ला दो लेकिन पुलिस दूसरे कामों को तवज्जो देने के कारण इनकी तलाश में उतना समय नहीं दे पा रही है और ये चांद घर से निकलने के बाद लौटे नहीं है।
पूजा और इंतजार
हर करवाचौथ को ये महिलाएं चांद की पूजा करती है और अपने चांद का इंतजार भी। वे पूजा के साथ यह अरदास करती है कि कहीं से भी हों एक दिन उनका चांद निकल आए और फिर वे उसे कभी खोने नहीं देगी लेकिन इस करवाचौथ भी उनके नसीब में आसमान का चांद का दीदार तो है लेकिन अपने चांद का नहीं।
विशेष अभियान चलाएं
पुलिस इसको लेकर विशेष अभियान चलाएं। राज्य सरकार ने भी इसके आदेश किए है। गुमशुदा लोगों की तलाशी के लिए पुलिस अपनी जिद्द पर उतर आए तो शर्तिया कई लोगों का पता लग जाएगा। सोशल नेटवर्किंग के इस दौर में यह मुश्किल नहीं है। पुलिस को इन मामलों को मानवीय संवेदना से जोड़कर लेना चाहिए।- चित्रा, सामाजिक कार्यकर्ता
गुमशुदा एक नजर
वषज़् – पुरूष – महिला – लड़का – लड़की – कुल
2019 तक – 50 – 31 – 02- 02 – 85
2020 – 10 – 16 – 00 – 03 – 29
कुल – 60 – 47 – 02 – 05 – 114
Source: Barmer News