जोधपुर. भारत-पाकिस्तान के मध्य 1971 में हुए युद्ध की विजय स्वर्णिम जयंती के उपलक्ष्य में आर्मी की जोधपुर स्थित कोणार्क कोर की ओर से शुरू किए साइक्लोथॉन अभियान के अंतिम चरण में शनिवार सुबह कोर कमाण्डर लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी स्वयं अपनी टीम के साथ साइकिल लेकर जैसलमेर के लिए रवाना हुए। पुरी ने जोधपुर से जैसलमेर की करीब 270 किलोमीटर की दूरी 13 घण्टे में तय की। वे शाम छह बजे वहां पहुंच गए। रविवार को वे साइकिल से लोंगेवाला जाएंगे जो सौ किलोमीटर से कुछ ज्यादा है। यहां साइक्लोथॉन का समापन किया जाएगा। साइक्लोथॉन की शुरुआत 26 नवम्बर को गुजरात के लखपत चौकी से किया गया। साइक्लोथॉन रिले फॉर्मेट में गुजरात व राजस्थान में 1971 किलोमीटर का सफर तय करते हुए लोंगेवाला पहुंच गई है।
जोधपुर में सुबह 5.30 बजे मिलिट्री स्टेशन से सेवानिवृत्त मेजर जनरल शेर सिंह ने झंडी दिखाकर कोर कमाण्डर व उनकी साइकिल टीम को रवाना किया। उनके साथ कुछ सिविलियन भी थे। शेरसिंह ने भारत-पाक 1971 के युद्ध के दौरान ऑपरेशन केक्टस लिलि में भाग लिया था। अभियान का उद्देश्य 1971 के युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देना और युद्ध के दिग्गजों, वीर नारियों तक पहुंचकर उनके साथ जुड़ाव कायम करना है।
अभियान के दौरान क्षेत्र के युवाओं को कोणार्क वाहिनी की उपलब्धियों राष्ट्र निर्माण गतिविधियों और 1971 की लड़ाई के दौरान परबत अली पर कब्जा, चाचरो और लांगेवाला की लड़ाई और विभिन्न युद्धों में वीरों के बलिदान की गाथा के बारे में अवगत कराया गया। इस दौरान कोविड-19 के बारे में एसएमएस (सोशल डिस्टेंसिंग-मास्क-सेनिटेशन) के मूल विषय के बारे में जागरूकता फैलाई गई।
Source: Jodhpur