मोकलसर पत्रिका न्यूज़.
दहेज की बजाय मरीजों की तकलीफ को महत्व देने का उदाहरण बने है मायलावास गांव के एक समाजसेवी। बहन की शादी में उन्होंने गांव के लोगों की तकलीफ समझते हुए एक एम्बुलेंस गांव को दे दी। बहन की विदाई हुई तो उसके हाथ से यह चाबी गांव के मौजिज लोगों को दिलवा दी। समाजसेवी का मानना है कि अब उनके गांव के गरीब लोगों का एम्बुलेंस के लिए इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
मोकलसर क्षेत्र के मायलावास के युवा लालसिंह एंव जोरावरसिंह राजपुरोहित ने अनूठी पहल करते हुए अपने छोटी बहन की शादी में यह नेक कार्य किया। पिता शिवनाथसिंह की स्मृति में मायलावास गांव में एम्बुलेंस भेंट की ।शनिवार को आयोजित समारोह में सिवाना प्रधान मुकनसिंह राजपुरोहित,सरपंच अशोकसिंह राजपुरोहित,सिवाना तहसीलदार बाबुसिंह राजपुरोहित की मौजूदगी में एम्बुलेंस के दस्तावेज भेंट किए । उन्होंने बताया कि मायलावास ग्राम पंचायत मुख्यालय पर खड़ी रहेगी आपातकाल में कोई भी इसका उपयोग कर सकते है।भामाशाह की अनूठी पहल पर ग्रामीणों सहित सिवाना प्रधान एंव मायलावास सरपंच ने साफा एंव माला पहनाकर बहुमान किया गया।इस मौके पर पूर्व अर्थण्डी सरपंच हीरसिंह राजपुरोहित, सिवाना यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष भगवानाराम माली,सिलोर सरपंच बाबुसिंह राजपुरोहित,भाजयुमो प्रदेश महामंत्री जोगेंद्र सिंह सिलोर,जेठूसिंह लुदराडा,शैतानसिंह धीरा सहित मायलावास के ग्रामीण मौजूद थे ।
गांव के लोगों ने सराहा
गांव में दुर्घटना होने या हारी बीमारी में एम्बुलेंस के लिए 108 को कॉल करना पड़ता है या फिर गांव में महंगे किराए पर एम्बुलेंस उपलब्ध होती है। अब गांव में एम्बुलेंस होने पर तुरंत ही मरीज को इसका लाभ मिलेगा। इसके लिए ग्रामीणों ने पहल को सराहा।
Source: Barmer News