बाड़मेर. 1971 के युद्ध में भारतीय सेना और अद्र्ध सेना ने शौर्य और पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया था। उस ऐतिहासिक युद्ध में बाड़मेर और जैसलमेर का विशेष योगदान रहा था। युद्ध में बाड़मेर के दस वीर सपूतों ने देश रक्षार्थ समर्पित करते हुए शहादत प्राप्त की थी। एेसे ही वीर सपूतों में नोसर के नारायणराम काकड़ भी थे जिन्होंने अपनी वीरता से बाड़मेर का मान देश में बढ़ाया। यह बात टीम थार के वीर संरक्षक रावत त्रिभुवनसिंह ने 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ पर उस युद्ध के अमर शहीद नारायणराम काकड़ के स्मारक और मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के दौरान काकड़ों की ढाणी में कही। उन्होंने कहा कि अपने आप में गर्व और गौरव की बात है कि शहीद काकड़ की वीरता और शौर्य का परिचय यहां के नौजवान के लिए प्रेरणा स्रोत बना और भारतीय सेना और अद्र्ध सेना में बाड़मेर युवाओं की अच्छी तादाद है। आयोजक डूंगरराम काकड़ ने बताया कि 10 दिसंबर 1971 को राजपूताना राइफल के सिपाही नारायणराम काकड़ देश के लिए शहीद हो गए थे जिनकी 50वीं वर्षगांठ पर काकड़ों की ढाणी में भजन संध्या और स्मारक पर मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी ने कहा कि नारायणम काकड़ ने नोसर का नाम रोशन किया, लेकिन 50 वर्ष बाद भी शहीद के घर पर मूलभूत सुविधाओं का अभाव है जो विचारणीय बिंदू है।
बायतु प्रधान सिमरथाराम बेनीवाल ने कहा कि आने वाले समय में शहीद परिवारों की समस्याओं का समाधान अतिशीघ्र किया जाएगा। साथ ही समय-समय पर ऐसे भव्य आयोजन किए जाएंगे, जिससे यहां के नौजवान शहीद नारायणराम की जीवनी से प्रेरणा लेकर देश हित मे अपना योगदान देंगे ।
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष कैप्टन हीरसिंह भाटी ने कहा कि 1962, 1965 और 1971 के युद्ध में बाड़मेर के वीर सपूतों के योगदान को नही भुलाया जा सकता । 1971 के युद्ध में थार के 10 वीर सपूतों ने अपना बलिदान दिया जिसमें से आठ बायतु क्षेत्र के थे। जिला परिषद सदस्य और रालोपा नेता उमेदाराम बेनीवाल ने कहा कि ऐसे वीर सपूतों के परिवारों की समय-समय पर हौसला अफजाई कर उन्हें संबल प्रदान किया जाए। टीम थार के वीर के संयोजक रघुवीरसिंह तामलोर और नया सोमेसरा सरपंच जसराज धतरवाल ने भी विचार व्यक्त किए।
भजन संध्या में देशभक्तिमय हुआ नोसर
आयोजन से जुड़े टीम थार के वीर के प्रेमाराम भादू ने बताया कि बुधवार रात्रि को अमर शहीद नारायणराम काकड़ की याद में भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भजन गायक शिवपुरी और राकेश वैष्णव ने देशभक्तिमय भजनों की प्रस्तुतियां दी।
वीरांगनाओं और गौरव सैनिकों का सम्मान
मुकेश काकड़ ने बताया कि शहीद की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में वीरांगनाओं व गौरव सैनिकों का सम्मान किया गया। शहीद उगमसिंह राठौड़ की वीरांगना किरणकंवर, शहीद प्रेमसिंह की वीरांगना रैना चौधरी, शहीद मूलाराम, कुम्भाराम, मगनाराम के परिजनों का सम्मान किया। कार्यक्रम में सहयोग पर सेवानिवृत्त सूबेदार लुम्भाराम, भेराराम पोटलिया, कुम्भाराम, तेजसिंह महेचा, कार्यकर्ताओं ,स्काउट बालचरों का भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। नौसर क्षेत्र के पूर्व सैनिकों का भी सम्मान किया। युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष लक्ष्मण गोदारा , राजेन्द्र कड़वासरा , डालूराम , गणपत चौधरी ,चैनाराम ,रामाराम,उदाराम ,मेहाराम ,मानाराम आदि मौजूद रहे।
Source: Barmer News