बाड़मेर। राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करते हुए नववर्ष से जिले में धार्मिक स्थल खोलें जा सकेंगे। धार्मिक स्थल खोले जाने से संबंधित पूर्व तैयारियां 31 दिसम्बर तक सुनिश्चित की जाएगी। जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बुधवार को विभिन्न धार्मिक संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान यह बात कही। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के बाद से ही धार्मिक स्थल बंद थे। करीब 10 महीने बाद फिर से 1 जनवरी से खुलेंगे।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि कोरोना महामारी के संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए धार्मिक स्थलों पर विशेष प्रबन्ध किए जाए। मंदिर प्रात: 7 बजे से शाम 9 बजे तक अनवरत खुले रहेंगे जिससे भीड़ एकत्रित न हो।
बेरिकेडिंग और रैलिंग लगवाएं
धार्मिक स्थानों पर छह फीट की दूरी पर गोले अंकित करवाने, सोशल डिस्टेंसिंग के पूर्व इंतजाम करने एवं यथा संभव रैलिंग अथवा बेरिकेड्स 31 दिसम्बर से पहले सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि नववर्ष से मंदिर खोले जा सके। मास्क एवं सेनेटाइजेशन की व्यवस्थाएं पुख्ता रखने के निर्देश दिए।
विशेष आयोजनों की अनुमति नहीं
कलक्टर ने कहा कि मंदिर केवल दर्शन को खुलेंगे। यहां पर विशेष आयोजनों की अनुमति नहीं रहेगी। मंदिरों के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाएं, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना हो सके तथा बिना मास्क किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं दिया जाए।
खास अवसर और तिथियों की पूर्व में दें सूचना
जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा नेे कहा कि किसी भी परिस्थिति में भीड़ एकत्र नहीं हो। विशेष तिथियों एवं खास अवसरों पर भीड़ की संभावना की पूर्व सूचना पुलिस को दें, जिस पर रोकथाम के पूर्व प्रबंध किए जा सके। अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश विश्नोई ने धार्मिक स्थलों पर किए जाने वाले इंतजामों एवं राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार विभिन्न शर्तों से प्रतिनिधियों को अवगत करवाया। बैठक में ब्रह्माजी मंदिर, जैन श्वेताम्बर, माता नागाणाराय मंदिर, रामदेव जन्म स्थली, विरात्रा माता मंदिर के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
Source: Barmer News