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बाड़मेर. सीमावर्ती जिले बाड़मेर की प्रतिभाओं को विभागीय उदासीनता के चलते आगे बढऩे का मौका नहीं मिल पा रहा है। इसका उदाहरण विज्ञान मेले को देख कर समझा जा सकता है। जिला स्तरीय विज्ञान मेले में हर विद्यालय से एक विद्यार्थी की भागीदारी सुनिश्चित होनी थी, लेकिन पहुंचे मात्र ४६ ही।

जिले में करीब २६०० राजकीय व निजी विद्यालय हैं जिनकी प्रतिभाओं को विज्ञान मेले में भाग लेना था। एेसे में प्रचार-प्रसार के अभाव में कई प्रतिभाएं विज्ञान मेले में भाग लेने से वंचित रह गई। तीन दिवसीय विज्ञान मेले का आयोजन सोमवार से स्थानीय महात्मागांधी अंग्रेजी माध्यम सीसै स्कू  ल स्टेशन रोड बाड़मेर में शुरू हुआ, जिसमें विद्यालय स्तर के आधार पर अव्वल रहे चयनित विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।

विज्ञान मेले का उद्देश्य बाल वैज्ञानिक प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाना है, लेकिन जिले की प्रतिभाओं को प्रचार-प्रसार के अभाव में पता नहीं चल पाया कि मेला कब है।

एेसे में मात्र ४६ प्रतिभाएं ही मेले में पहुंची। गौरतलब है कि मॉडल/प्रादर्श प्रतियोगिता जूनियर वर्ग कक्षा छह से आठ व सीनियर वर्ग कक्षा नौ से बारह के विद्यार्थी शामिल होते हैं जबकि सेमिनार में कक्षा नौ से बारहवीं तथा क्वीज प्रतियोगिता में कक्षा छह से आठवीं तक के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। राजस्थान राज्य शैक्षणि अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर के मार्फत होने वाले आयोजन में अव्वल रही प्रतिभाओं का चयन राज्य स्तर के लिए होगा।

राज्य स्तरीय प्रतियोगिता २४ से २७ फरवरी तक होगी। एेसे में राज्य स्तर पर बाड़मेर का नाम रोशन करने का जिम्मा सभी विद्यालयों का था लेकिन अधिकांश ने इसमें भाग ही नहीं लिया।

स्कू  ल स्तर पर २७ फरवरी को आयोजन- जिला स्तरीय मेले में भाग लेने से पहले स्कू  ल स्तर पर २७ फरवरी को आयोजन होना था। इस आयोजन में अव्वल रही प्रतिभाओं को जिला स्तर पर भेजा जाता है। जिनमें से चयनित प्रतिभाएं राज्य स्तर पर जाती है।

प्रचार-प्रसार की रही कमी- जानकारों के अनुसार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यायल के मार्फत इसकी जानकारी स्कू  ल स्तर पर जानी थी लेकिन एेसा नहीं हुआ और अधिकांश विद्यालयों में आयोजन हुए ही नहीं। एेसे में प्रतिभाएं जिला स्तर पर भाग लेने से वंचित रह गई।

कम प्रतिभाएं पहुंची- जिला स्तरीय विज्ञान मेले में ४६ प्रतिभाएं ही आई है। यह संख्या कम है। जिला ३३वें पायदान पर है। सीबीईओ कार्यालय के मार्फत प्रचार-प्रसार का जिम्मा था। पता किया जाएगा कि क्या प्रचार-प्रसार कम हुआ है इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।- जेतमालसिंह राठौड़, एडीईओ माध्यमिक बाड़मेर

Source: Barmer News

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