बाड़मेर. राजस्थान पत्रिका के स्थापना दिवस के कार्यक्रम के तहत किसान कन्या छात्रावास में अल सुबह योग शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में करीब 150 से अधिक छात्राओं ने भाग लेते हुए योग के गुर सीखे। करीब एक घंटे से अधिक समय तक चले शिविर में योग के विभिन्न आयामों का अभ्यास करवाया गया।
कार्यक्रम में योगाचार्य हनुमानराम डऊकिया ने नमस्कार आसान से शुरूआत की। इसके बाद क्रम से उध्र्व हस्तासन, पाद हस्तासन, अश्व चालन, पर्वतासन, साष्ट्रांगसन, भुजंगासन, सूर्य नमस्कर और हास्यसन का अभ्यास करवाया। इस दौरान उन्होंने छात्राओं को बताया कि प्रत्येक योग क्रिया का अपना महत्व है। जिसके नियमित रूप से करने से स्वस्थ रहने के साथ शारीरिक व मानसिक विकास होता है। कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है। हास्यासन से तनाव खत्म होता है। यह योग क्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस बीच उन्होंने भसत्रिका, कपाल भाति, उज्जायी, अनुलोम-विलोम, भ्रमारी व उद्गीथ आसानों का अभ्यास करवाते हुए इनके फायदे भी बताए। हास्यासन से पूर्व उन्होंने लोटस खिलने की योगक्रिया का अभ्यास करते हुए इसे विस्तार से समझाया।
रिचार्ज की तरह है योगक्रिया
योगाचार्य डऊकिया ने बताया कि जिस तरह मोबाइल रिचार्ज खत्म होने पर नेटवर्क ठप हो जाता है, ठीक उसी तरह योग भी नियमित क्रिया है, इसे भी रोजाना करते हुए जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। जिससे जीवन पूर्ण रूप से स्वस्थ रहे पाएं। उन्होंने बताया कि योग हमारे जीवन को एक बहती हुई नदी के समान शांत और निर्मल बनाते हैं। इसलिए छात्र जीवन में यह और भी अधिक महत्वपूर्ण है। शिविर में बाल योगी तरूण जाखड़ मौजूद रहे। किसान बोर्डिंग हाउस के अध्यक्ष बलवंतसिंह चौधरी ने पत्रिका के योग शिविर की सराहना की।
Source: Barmer News