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जोधपुर।

उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आनंदप्रकाश ने बताया कि जोधपुर मण्डल में राइकाबाग-फुलेरा रेलमार्ग पर दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है। जिसके जून 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है, इसमें करीब 35-40 प्रतिशत काम हो गया है, इसमें जो कुछ समस्याएं आ रही है, उनको दूर करते हुए जल्द ही कार्य पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। जोन के वार्षिक निरीक्षण के तहत डेगाना से जोधपुर का निरीक्षण करने आए महाप्रबंधक आनंदप्रकाश ने बताया कि राइकाबाग-फुलेरा का दोहरीकरण कार्य दो खण्डों में बांटा गया है, राइकाबाग-फुलेरा व डेगाना-फुलेरा। इसमें डेगाना-फुलेरा के बीच काम गति से हो रहा है, जबकि राइकाबाग-फुलेरा खण्ड में राइकाबाग-बनाड़ सेक्शन पर सेना की वजह से काम रूका हुआ है, सेना अनुमति दे तो इस खण्ड पर भी दोहरीकरण का काम जल्द हो जाएगा।-2023 तक हो जाएगा विद्युतीकरणउत्तर पश्चिम रेलवे में विद्युतीकरण के बारे में आनंदप्रकाश ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे में 5550 किमी में विद्युतीकरण होना है, इसमें से 1800 किमी तक विद्युतीकरण का काम कर लिया गया है, शेष जारी है। यह काम दिसम्बर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा।

प्लेटफॉर्म टिकट के बढे चार्ज अस्थाई व्यवस्था

महाप्रबंधक ने प्लेटफॉर्म टिकट के बढ़े हुए चार्ज पर बताया कि कोरोना को देखते हुए यह अस्थाई व्यवस्था की गई है। कोरोना मामले कम या नियंत्रण में आने पर चार्ज कम कर दिए जाएंगे।

ट्रेनों में किराया भारत सरकार की पॉलिसी

कोविड में ट्रेनों में स्पेशल फेयर के नाम पर यात्रियों से ज्यादा किराया वसूलने पर उन्होंने कहा कि यह भारत सरकार की पॉलिसी है। कोविड में ट्रेनों के संचालन बंद होने से भारतीय रेल को 40 हजार करोड़ का राजस्व नुकसान हुआ है।

145 किमी रेलखण्ड़ का किया निरीक्षण

महाप्रबंधक ने डेगाना से जोधपुर तक करीब 145 किमी का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ मण्डल रेल प्रबंधक गीतिका पाण्डेय सहित विभागीय उच्चाधिकारी साथ थे। उन्होंने इस रेलखण्ड के विभिन्न स्टेशनों पर स्टेशन प्रबन्धक कार्यालय, बुकिंग कार्यालय, रेलवे स्टेशन तथा सर्कुलेटिंग एरिया का निरीक्षण किया।

Source: Jodhpur

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