बाड़मेर. जिले के बॉर्डर के गांवों से लेकर बाड़मेर शहर में इन दिनों हर किसी को कोरोना की चिंता सता रही है। बढ़ते कोरोना मरीजों की तादाद ने एक साल बाद थारवासियों को चिंतित कर दिया है। आसपास कोरोना मरीज की सूचना आते ही घरों में निर्देश शुरू हो जाते हैं, विशेषकर बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी जा रही है। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों कोरोना की दूसरी लहर जिले में तेजी से फैल रही है। आंकड़ा तीन-चार दिन में सौ को पार कर गया तो अब हर गांव में अनहोनी का डर सता रहा है।
कोविड-१९ के वैक्सीनेशन के बाद लोगों को लगा कि अब कोरोना का असर नहीं होगा, लेकिन पिछले तीन-चार दिन से कोरोना ने जिले में पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। बाड़मे शहर हो या फिर गांवों में हर जगह कोरोना एक बार फिर से चर्चा का विषय बन गया है। कांधी का हनुमान नवापुरा में अचलाराम, भंवराराम व अन्य लोग मिले तो उनका पहला सवाल यही था कि क्या लॉकडाउन लगेगा। कोरोना का असर कब खत्म होगा। ब्राह्माणों की ढाणी बाखासर में मिले बीएसएफ के जवान कोरोना बचाव को लेकर सचेत दिखे तो उनको भी एक ही चिंता थी कि क्या कोरोना का असर खत्म होगा या नहीं।
वेडि़या निवासी चम्पालाल जांगिड़ का सवाल भी यहीं था कि कोरोना कब खत्म होगा। गंगासरा मठ में महंत देवाराम व अन्य लोग बैठे हुए थे, उनका भी एक ही सवाल था कि अब तो वैक्सीनेशन हो रहा है फिर कोरोन कैसे फैल रहा है। साता गांव में भी सरपंच तेजदान सहित अन्य लोग कोरोना को लेकर ङ्क्षचतित दिखाई दिए। खारी, चौहटन, धनाऊ, सेड़वा सहित कई गांवों में लोगों की चिंता कोरोना को लेकर नजर आई। शहर में कोरोना की मार, लगने लगे मास्क- बाड़मेर शहर में पिछले कुछ दिन से कोरोना मरीजों की तादाद अचानक बढऩे लगी है। इस पर शहरवासी ज्यादा चिंतित हो रहे हैं।
आसपास के घरों में कोरोना मरीज मिलने की जानकारी होते ही बच्चों व बुजुर्गों को घरों में रहने की नसीहत दी जा रही है। वहीं, अब मास्क लगाने वालों की तादाद में बढ़ रही है।
सावचेती जरूरी- वैक्सीनेशन तो अवश्य है ही, आमजन कोरोना गाइड लाइन की पालना जरूरी करें। कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने पर अब अतिरिक्त सावचेती की जरूरी है। आमजन से अपील है कि अनावश्य घरों से बाहर नहीं निकलें।- डॉ. बी एल मंसुरिया, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर
Source: Barmer News