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जोधपुर. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने इसी माह शुरू हो रहे सावों के सीजन का रंग फीका कर दिया है। लगातार तेजी से बढ़ रहे संक्रमण मामलों से घराती व बराती दोनो ंचिंता में हैं। इसी माह 18 अप्रेल से शुक्र का तारा उदित होने पर वैवाहिक आयोजनों का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। अप्रेल माह की 25, 26 व 30 तरीख को तथा अगले माह मई में विभिन्न मुहूर्त में जोधपुर जिले और मारवाड़ के विभिन्न क्षेत्रों में बड़ी संख्या में वैवाहिक आयोजन होने हैं, लेकिन कोरोना महामारी की दूसरी लहर व रात्रिकालीन कफ्र्यू के कारण घरातियों व बारातियों की चिंता बढ़ गई है। पं. ओमदत्त शंकर ने बताया कि 25 अप्रैल के बाद से जुलाई में देवशयनी एकादशी तक विवाह के श्रेष्ठ मुहूर्त हैं। इनमें 9 रेखी सावे 9 और एक दस रेखी सावा मिलेंगे। कुछ लोग रामनवमी के दिन अनपूछिया मुहूर्त में भी वैवाहिक आयोजन करते हैं।

सावों के सीजन में श्रेष्ठ विवाह मुहूर्त
अप्रैल – 25, 26 और 30

मई – 2,4, 7, 8, 22, 23, 24, 26, 30 व 31
जून – 5, 6,19, 20, 27, 28, और 30

जुलाई – 1, 2, 3

नौ व दस रेखी सावे होते है सर्वश्रेष्ठ
25, 30 अप्रेल, 8, 26 व 31 मई

5, 6 19 व 20 जून
10 रेखी सावा 23 मई

हजारों परिवार होंगे प्रभावित

इसी महीने शुरू हो रहे सावों के सीजन में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर सर्राफा व्यवसायी, मैरिज पैलेस संचालक, किराणा व्यवसायी, कंदोई, बैण्डवादक, ढोलथाली वादक, फोटोग्राफर, वीडियो शूटिंग, घोड़ी वाले, पंडित, विवाह सामग्री से जुड़े विक्रेता, पुष्प विक्रेता, पंडित, वस्त्र विक्रेता, जनरेटर संचालक, आभूषण बनाने वाले स्वर्णकार, बारात को लाने-ले जाने वाले बसों और कारों के ऑपरेटर्स सहित प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हजारों लोगों के रोजगार पर होगा।

Source: Jodhpur

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