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जोधपुर.
भीलवाड़ा जिले में तस्करों की फायरिंग से दो कांस्टेबल की हत्या के मामले में एटीएस-एसओजी व पुलिस ने निंबाहेड़ा के पास सोमवार को एक और आरोपी को पकड़ लिया। अब तक दो आरोपी पकड़े जा चुके हैं। पांच कांस्टेबल सहित कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस के अनुसार प्रकरण में जोधपुर के डांगियावास निवासी रामदेव जाखड़ को तड़के निम्बाहेड़ा में टोल प्लाजा पर पकड़ा गया। बाद में उसे भीलवाड़ा पुलिस को सौंप दिया गया। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस मामले में बिलाड़ा थानान्तर्गत मतवालों की ढाणी निवासी सुनील डूडी को रविवार तड़के फलोदी तहसील के खारा गांव में एक मकान से गिरफ्तार किया जा चुका है।
हत्याकाण्ड के बाद बाड़मेर और फिर हैदराबाद भागा

पुलिस की मानें तो गत 10 अप्रेल की देर रात मादक पदार्थ ले जाने के दौरान पुलिस की नाकाबंदी में तस्करों ने फायरिंग की थी। कांस्टेबल ऊंकार रायका व पवन कुमार की मृत्यु हो गई थी। वारदात के बाद रामेदव जाखड़ बाड़मेर भाग गया था। सुराग लगने पर पुलिस भी बाड़मेर पहुंच गई थी, लेकिन इसकी भनक लगने पर वह हैदराबाद भाग गया था, जहां से वह रविवार देर रात लौट रहा था। तब निंबाहेड़ा में टोल प्लाजा पर उसे दबोच लिया गया।
चालक के साथ वाली सीट पर सवार था रामदेव

भीलवाड़ा से मादक पदार्थ की बड़ी खेप लेकर तस्कर चार वाहनों में गत दस अप्रेल की रात जोधपुर लौट रहे थे। एक एसयूवी में रामदेव सवार था। वह चालक के पास वाली सीट पर बैठा था। उस पर रास्ते में पुलिस या अन्य सुरक्षा एजेंसियों के रोकने पर फायरिंग करने का जिम्मा था। भीलवाड़ा जाकर लौटने पर उसे पांच हजार रुपए मिलने वाले थे।
तस्करों के मददगार पुलिस के सिपाही हिरासत में

अफीम का दूध व डोडा पोस्त के तस्करों की भीलवाड़ा पुलिस के कई जवानों से सांठ-गांठ थी। जो मादक पदार्थ से भरे वाहनों को पार कराते थे। जांच में कई पुलिसकर्मियों की भूमिका सामने आई है। एसटीएस-एसओजी ने पांच कांस्टेबल सहित कई लोगों को हिरासत में ले रखा है। इनमें जोधपुर की ग्रामीण पुलिस का एक और भीलवाड़ा पुलिस के चार कांस्टेबल शामिल हैं। इनसे पूछताछ की जा रही है।
फलोदी के फार्म हाउस में दी थी दबिश

दो कांस्टेबल की हत्या के बाद भीलवाड़ा पुलिस ने ग्यारह जनों को नामजद किया था। जो जोधपुर, बाड़मेर, पाली के रहने वाले हैं। सुनील डूडी व नेतराम के फलोदी के पास फार्म हाउस में छुपे होने की सूचना पर पुलिस ने दबिश दी थी। वहां से कोई पकड़ में नहीं आ सका था। पुलिस खाली हाथ लौट आई थी।

Source: Jodhpur

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