बाड़मेर. जिले भर में सोमवार को निर्जला एकादशी का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। महिलाओं ने निर्जल रहकर व्रत व दान पुण्य किया। महिलाओं व बालिकाओं ने शहर के मंदिरों व मठों में दर्शन कर कथा का श्रवण किया गया। इस दौरान आम, तरबूज, खरबूजा, पानी की मटकी , कपड़े, शक्कर के बने उत्पाद, आईस्क्रीम, ज्यूस, कपड़े आदि का दान किया गया।
कोरोना संक्रमण के चलते इस बार बाजार में किसी सामाजिक संगठन या व्यापारियों की ओर से ठंडाई, फल, आईस्क्रीम आदि की स्टाले नहीं लगाई गई। देर शाम तक शहर की विभिन्न गोशालाओं में दान पुण्य का दौर जारी रहा।
बालोतरा. नगर व क्षेत्र में सोमवार को निर्जला एकादशी पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। पर्व के महात्म के अनुसार श्रद्धालुओं ने इस दिन बगैर पानी का सेवन करते हुए व्रत किया। मान्यता है कि इस दिन बगैर पानी सेवन के व्रत करने से वर्ष की शेष ग्यारह एकादशी का फल प्राप्त होता है। इस पर बड़ी संख्या में लोगों ने व्रत किया। मंदिरों में दर्शन पूजन किया। वहीं पानी से भरी मटकी, पंखी, ऋतुफल आम का दान किया। गायों को हरा चारा डलवाया।
Source: Barmer News