Posted on

बाड़मेर. मौसमी बीमारियों के मरीजों में लगातार इजाफा हो रहा है। बुखार का दर्द मरीजों को अधिक परेशान कर रहा है। अस्पताल में संसाधन होने के बावजूद मरीजों को राहत नहीं मिल रही। रोगियों की पीड़ा व अस्पताल की अव्यवस्थाओं को उजागर करते हुए पत्रिका ने 8 नवम्बर के अंक ‘कतार में रह गया इंतजार, सैकड़ों मरीज बिना जांच बैरंग लौटेÓ समाचार प्रकाशित किया। इसके बाद जिला प्रशासन ने इस मसले को गंभीरता से लिया। जिला कलक्टर अंशदीप शनिवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। उन्होंने मरीजों की सुविधाएं बढ़ाने व व्यवस्थित आउटडोर संचालन के निर्देश दिए।
कलक्टर के सामने गिरा मरीज
अस्पताल की पहली मंजिल पर नमूना संग्रहण केंद्र पर जांच करवाने के दौरान मरीजों की लम्बी कतारें लगी हुई थी। इस दौरान कलक्टर पीएमओ से जानकारी ले रहे थे। इस बीच कतार में खड़ा मरीज रजनीकांत खत्री चक्कर खाकर गिर पड़ा तो कार्मिकों में हड़कम्प मच गया। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य लोगों ने मरीज को संभाला। कलक्टर ने कतार में खड़े लोगों को नीचे बिठाने की व्यवस्था करने व कक्ष के आगे एक और गार्ड लगाने के निर्देश दिए।
एक चिकित्सक डयूटी पर रखने के निर्देश
मातृ शिशु इकाई में जांच करवाने आई महिलाओं को इंतजार करते देख चिकित्सकों के बारे में पूछा तो सभी चिकित्सकों के राउण्ड पर होने की जानकारी दी गई। कलक्टर ने पीएमओ को निर्देश दिए कि राउण्ड के दौरान एक चिकित्सक जांच के लिए होना आवश्यक है। सभी एक साथ राउंड पर नहीं जाने चाहिए।
यहां किया निरीक्षण
जिला कलक्टर ने राजकीय चिकित्सालय के पुराने परिसर, इमरजेंसी, मदर मिल्क बैंक, मातृ शिशु इकाई, ओपीडी, सोनाग्राफी कक्ष सहित अन्य व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान अस्पताल में बेड बढ़ाने, पुरानी सोनाग्राफी मशीन, पुराने भवन के रखरखाव सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

[MORE_ADVERTISE1]
Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *